उत्तर प्रदेश में पहले गोरखपुर और अब फर्रुखाबाद, दोनों ही जगह बच्चों की मौत की घटना विकराल रूप लिए जा रही है. हालांकि गोरखपुर में भी यही हरकतों के कारण लगभग 62 बच्चों की जान गयी थी और अब फर्रुखाबाद में सिलसिला जारी हो गया है. यहां ऑक्सीजन और दवा की कमी से 49 बच्चों की मौत हो गई है. फर्रुखाबाद के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 30 दिन में 49 बच्चों की मौत पर जिला प्रशासन ने जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज करा दी है. जांच में बच्चों की मौत लापरवाही व इलाज में अभाव होना पाया है.
राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 20 जुलाई से 21 अगस्त तक लगभग 49 बच्चों की मौत का आंकड़ा सामने आया, जिसमें से 19 बच्चों की मौत प्रसव के दौरान और 30 बच्चों की मौत न्यू बोर्न केयर यूनिट में इलाज के दौरान हुई थी. इस मामले में जिला प्रशासन पैनल द्वारा सिटी मजिस्ट्रेट, SDM व तहसीलदार ने संयुक्त जांच की.
जांच में यह बात सामने खुल कर आई कि अस्पताल में हुई बच्चों की मौत इलाज के दौरान ऑक्सीजन और दवाओं की कमी व लापरवाही के चलते हुई है. इस मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर नगर मजिस्ट्रेट ने फर्रुखाबाद कोतवाली में सीएमओ और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के सीएमएस व डॉक्टरों के खिलाफ धारा 176, 188 और 304 जैसी संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करा है .