
बड़ी खबर:देहरादून पुलिस ने बंटी-बबली की तरह खुद को करोडो की जमीन पर मालिकाना हक़ जताकर जमीन को बेचकर फरार हुए युवती समेत तीन लोगो को गिरफ्तार किया है इन्होने गाजियाबाद की एक महिला की क्लेमनटाउन थाना क्षेत्र स्थित करोडो की जमीन के फर्जी कागजात बनाकर बेच दी थी और करोडो की ठगी करने के बाद तीन साल से फरार चल रहे थे
फर्जी मंजू जैन बनी सहारनपुर निवासी रानी देवी
दरसल पुलिस को तीन साल पहले ठगी के मामले उस समय कामयाबी मिली जब पुलिस की जाँच में यह पता चला की करोडो की जमीन के सौदे में फर्जी मंजू जैन बनी सहारनपुर की रहने वाली रानी देवी है पुलिस ने जब हिरासत में लेकर रानी देवी से सख्ती से पूछताछ की तो रानी ने बताया कि मुझे फर्जी मंजू जैन बनने के लिए प्रियंक राठौर, विकास, निसार ने कहा था जिसके एवज में मुझे इन्होंने एक लाख रूपए दिए थे पुलिस टीम ने फर्जी मंजू जैन बनी रानी देवी की निशादेही पर सहारनपुर निवासी विकास कुमार और प्रियंक राठौर को भी गिरफ्तार किया गया है जबकि इनका चौथा साथी अभी पुलिस की गिरफ्त से बहार है पुलिस के मुताबिक प्रियंक राठौर पूरी साजिश का मास्टरमाइंड है उसने ही नाथीराम राणा व उसके अन्य साथी से पैसे ठगने की नियत से उन्हें अपने पड़ोस के पास ही मंजू नाम की महिला की जमीन दिखाई थी आरोपी प्रियं को पता था जमीन की असली मालिक मंजू जैन गाजियाबाद में रहती है उसका यहां आसपास कोई नहीं है इसके बाद आरोपी ने रानी देवी को फर्जी मंजू जैन बनाकर फर्जी गवाह तैयार कर उक्त झूठा विक्रय पत्र तैयार कराया एवं इसमें नाथीराम राणा से पचास लाख रुपए की ठगी की है
वर्ष 2014 का है पूरा मामला
वर्ष 2014 में थाना क्लेमेंट टाउन पर विजय नगर गाजियाबाद निवासी मंजू जैन पत्नी आरसी जैन ने मुकदमा दर्ज कराया था की देहरादून के टर्नर रोड पर अपनी जमीन है कुछ लोगो द्वारा उसके नाम से फर्जी मंजू जैन के नाम से रजिस्ट्री कर उस जमीन को किसी और को बेच दिया गया है