समाजवादी में चल रहा दंगल का गुबार आज फूट ही गया। सपा सुप्रीमों मुलायम ने ऐसा गुस्सा जाहिर किया कि नेता जी ने सीएम अखिलेश और रामगोपाल यादव को बाहर का रास्ता दिखा दिया । पर यह अंत तो नही दिखता। जिस तरह आज अखिलेश के समर्थकों का हुजूम सड़क पर दिखा, मुलायम को भी शायद अखिलेश की शक्ति का अंदाजा हो गया होगा।
मुलायम सिंह और अखिलेश यादव की लड़ाई अब आर आप की मालूम पड़ती है। जिस तरह अखिलेश को पिता ने पार्टी से निष्कासित किया ये वाकई हैरानी में डालने वाला है। पर इन सब में मुलायम के युग ही झलक तो कम दिखी पर बेटे अखिलेश के युग का सैलाब सड़कों पर प्रदर्शन करते दिख गया। तो क्या इसे देखकर ये कहना ठीक होगा कि अब मुलायम का युग गुजर गया और अखिलेश का युग शुरू हो गया।
चर्चा तो ये है कि अपने समर्थकों की बड़ी संख्या को देखकर अखिलेश में एक नई स्फूर्ति देखी गई है। खबरों का बाजार में गर्म खबर ये भी है कि अखिलेश ने मुख्यमंत्री आवास छोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री के तीखे तेवर देखकर तो कयास लगाए जा रहे है कि अखिलेश कोई बड़ा फैसला लेगें। निष्कासन के बाद अखिलेश की प्रतिक्रिया आयी है जिसमें उन्होंने कड़े शब्दों में कह दिया है कि सताजवादी पार्टी मेरी है और अपने दम पर चुनाव लड़ूगा।
अब सीएम साहब के ये तेवर तो यही इशारा कर रहे है कि वो जंग में अकेले उतरने को तैयार है और अपनी ताकत से अपना लोहा मनवाना जानते है। यानी मुलायम युग का अंत !अखिलेश युग की शुरूआत..