बड़ी खबर : वक्त के साथ-साथ अब सामाजिक तौर-तरीके में भी बदलाव आ रहा है, शादी समारोह हो या अन्य ख़ुशी के माहौल में अक्सर शराब का चलन देखा जाता है..लेकिन उत्तराखंड के टिहरी जिले के जौनपुर-नैनबाग के पट्टी लालूर के ग्राम पंचायत देवन में अब शादी में शराब नहीं परोसी जाएगी। यदि कोई इसका उल्लंघन करता है तो उस पर 50 हजार रुपये के आर्थिक दंड के साथ ही सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। गांव की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया।
बुधवार को जौनपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत देवन में आयोजित महापंचायत में ग्रामीणों ने कॉकटेल पार्टी का विरोध किया। ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से शादी समारोह, कुल देवता जागराजा के जगाड़े में शराब परोसे जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया। उन्होंने शादी के समय पर मामा पक्ष का बोझ कम करते हुए बकरा व शराब देने की प्रथा को भी बंद करने का निर्णय लिया।
बदल रहा है जौनपुर ब्लॉक
दरअसल शादियों में शराब परोसना परंपरा बन गई है। इससे उन लोगों पर बोझ पड़ रहा है। जोकि शराब परोसने में सक्षम नहीं है। इसके साथ शराब के कारण शादी या आयोजनों में झगड़े बढ़ रहे हैं।
साथ ही देर रात्रि तक डीजे बजाने पर व माघ माह में मरोज त्यौहार के तहत सामुहिक बलि की प्रथा को भी कम करने पर सहमति जताई। इस मौके पर शांति सिंह, राय सिंह, बचन सिंह, सरदार सिंह, कुंदन सिंह, भोपाल सिंह, सेवकदास, हुकम सिंह, मुन्ना सिंह पंवार, भरत सिंह, सिया सिंह, विनोद सिंह, प्रेम सिंह आदि मौजूद रहे।