बड़ी खबर उत्तराखंड से: ‘लखपति दीदी’ के बाद अब ‘जलसखी’ बनेंगी ग्रामीण महिलाएं – घर बैठे मिलेगा रोजगार और जिम्मेदारी

देहरादून:मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की महिला सशक्तिकरण पहल ने एक और बड़ा कदम लिया है। जहां ‘लखपति दीदी योजना’ के तहत अब तक 1.63 लाख महिलाएं सालाना एक लाख की आय पार कर चुकी हैं, वहीं अब सरकार ‘जलसखी योजना’ के जरिए ग्रामीण महिलाओं को पेयजल आपूर्ति, बिलिंग और रखरखाव के काम से जोड़ने जा रही है।

योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को नल कनेक्शन, बिल वितरण, वसूली, मरम्मत और जल गुणवत्ता जांच जैसे कार्यों की जिम्मेदारी दी जाएगी। उन्हें प्रति बिल 10 रुपये का प्रोत्साहन और राजस्व में हिस्सा भी मिलेगा। इससे घर के पास ही महिलाओं को आजीविका का नया स्रोत मिलेगा।

सरकार की अन्य महिला सशक्तिकरण योजनाएं:

लखपति दीदी योजना (2022):
5 लाख से अधिक महिलाओं को सालाना ₹1 लाख आय वाला बनाने का लक्ष्य।
अब तक 1.63 लाख महिलाएं बनीं लखपति।

मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना (2023):
30 हजार महिलाएं जुड़ीं, अब तक लगभग ₹5 करोड़ का कारोबार।

हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड:
उत्तराखंड के 36 पारंपरिक उत्पादों को देश-विदेश में पहचान, 12 को मिला GI टैग।

सरकार का लक्ष्य:
वित्तीय वर्ष के अंत तक 3 लाख महिलाएं बनें ‘लखपति दीदी’ और हर घर जल आपूर्ति में हो महिलाओं की सक्रिय भागीदारी।

 

 

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