देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग में बड़ा बदलाव सामने आया है। वरिष्ठ IFS अधिकारी समीर सिंह को उत्तराखंड का नया प्रमुख वन संरक्षक (Head of Forest Force) नियुक्त किया गया है। वे धनंजय मोहन की जगह लेंगे, जिन्होंने सेवा पूरी होने से करीब दो महीने पहले ही वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) ले ली है।
धनंजय मोहन 1988 बैच के अधिकारी थे और लंबे समय तक राज्य के वन प्रशासन का चेहरा रहे। उनके कार्यकाल के दौरान वन संरक्षण से लेकर मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने तक कई प्रयास किए गए। लेकिन वीआरएस का फैसला कई लोगों के लिए चौंकाने वाला रहा।
अब जिम्मेदारी मिली है 1991 बैच के अधिकारी समीर सिंह को, जो अपनी जमीन से जुड़ी कार्यशैली और पारदर्शी कामकाज के लिए जाने जाते हैं। पर्यावरण, वन्य जीव और प्रशासन में उनका लंबा अनुभव है। उन्होंने केंद्र और राज्य स्तर पर कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं।
उनकी ताजपोशी ऐसे वक्त पर हो रही है जब प्रदेश जंगलों में आग, वन्यजीव संघर्ष और जैव विविधता संरक्षण जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है। ऐसे में नए मुखिया से उम्मीद की जा रही है कि वे तकनीकी नवाचार, सक्रिय निगरानी, और पारदर्शी कार्यशैली को बढ़ावा देंगे।
वन विभाग अब पहले से ज्यादा टेक्नोलॉजी ड्रिवन बनने की दिशा में बढ़ेगा। सरकारी स्तर पर इस नियुक्ति की अधिसूचना जारी हो चुकी है और समीर सिंह जल्द ही पदभार ग्रहण करेंगे।