दिवाली के त्यौहार को लेकर उत्तराखंड पुलिस अलर्ट मोड में है। दीपावली में आग से बचाव के लिए विशेष सतर्कता आवश्यक अग्निशमन विभाग विशेष सुरक्षा निरीक्षण अभियान चलाएगा। पुलिस महानिरीक्षक, अग्निशमन एवं आपात सेवा ने सभी जिलों के मुख्य अग्निशमन अधिकारियों और फायर स्टेशन प्रभारियों के साथ बैठक कर दीपावली पर्व के दौरान अग्निसुरक्षा व्यवस्था के सुदृढ करने के सम्बन्ध में विशेष निर्देश दिए।
संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात रहेंगी गाड़ियां
दीपावली के दौरान सार्वजनिक स्थलों पर भीड़भाड़ बढने के साथ ही पटाखों का अत्यधिक प्रयोग किया जाता है। व्यस्ततम इलाकों में आग के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में जान-माल की भारी क्षति का अंदेशा रहता है इसलिए व्यस्ततम इलाकों एवं संवेदनशील ईलाकों में फायर टेण्डर को पर्व से पूर्व ही नियुक्त कर दिया जाए। इसके साथ ही हाइडेन्टों का चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने एवं प्रशासन के निर्देशानुसार कार्य करने के लिए बताया गया है। उन्होंने बताया कि सभी सीएफओ अपने-अपने जनपद के उपजिलाधिकारी से सम्पर्क करेंगें और भीडएवं अन्य महत्वपूर्ण पर्वों के दौरान राज्यभर में अग्नि सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने, आतिशबाजी और पटाखों से संभावित दुर्घटनाओं की रोकथाम तथा किसी भी प्रकार की आग की घटना से बचाव हेतु विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।
दिवाली पर्व के दौरान क्या करें और क्या ना करें
1. केवल अच्छी गुणवत्ता के विद्युत तारों व उपकरणों का उपयोग करें।
2. पटाखे खुले स्थानों पर चलाएँ और बच्चों की निगरानी करें।
3. घर, दुकान और कार्यस्थल पर अग्निशामक यंत्र रखें।
4. पटाखों व दीयों को ज्वलनशील वस्तुओं से दूर रखें।
5. आग या दुर्घटना की सूचना तुरंत 112 पर दें।
6. फायर टेंडर के रास्ते खुले रखें।
7. पड़ोसियों और बच्चों को सुरक्षा के बारे में जागरूक करें।
क्या न करें (Don’ts):
1. घटिया तारों या ओवरलोडिंग से सजावट न करें।
2. बंद कमरों या भीड़ वाले स्थानों पर पटाखे न फोड़ें।
3. दीयों या मोमबत्तियों को पर्दों, कपड़ों या कागज के पास न रखें।
4. पटाखा दुकानों पर धूम्रपान या खुली बत्ती के लैंप का प्रयोग न करें।