पिछले 2 माह से पांच हजार से ज्यादा अतिथि शिक्षक अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे, और अब आखिरकार सरकार ने उन्हें रहत दे दी है । अब उन्हें संविदा पर नियुक्ति तो मिलेगी, लेकिन इसके लिए अनुबंध पत्र भरना होगा। प्रधानाचार्य अभ्यर्थी को अनुबंधित करते हुए तैनाती देंगे। चयनित विद्यालय में काम नहीं करने के इच्छुक शिक्षक को दूसरे विद्यालय में तैनाती के लिए नए सिरे से आवेदन करना होगा।
इन शिक्षकों का चयन मेरिट के आधार पर निदेशालय स्तर पर किया जाएगा। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के मुताबिक प्रवक्ता व एलटी के पदों पर नियुक्त होने वाले शिक्षकों को दुर्गम क्षेत्रों में ही तैनाती मिलेगी। साथ ही सीधी भर्ती के दस फीसद पदों को छोड़ा जाएगा। रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षकों को तीन फीसद से पांच फीसद तक अधिमान दिया जाएगा।