देहरादून: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इस बार पूरी निश्चिंतता से बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकते हैं। मौसम विभाग की मानें तो उनकी यात्रा में मौसम कोई खलल नहीं डालेगा। सूबे में अगले तीन-चार दिन वर्षा के आसार बेहद कम हैं, मगर छिटपुट रूप से कहीं-कहीं हल्की वर्षा अथवा गरज के साथ बौछारें पड़ सकती है।
सुकून की बात ये कि बारिश की ये गतिविधियां दोपहर बाद ही होने का अनुमान है, जबकि राष्ट्रपति सुबह के वक्त भगवन केदार के दर्शन को जायेंगे। लिहाजा, मौसम को लेकर चिंता वाली बात नहीं है। हालांकि, ये बात दीगर है कि राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर केदारनाथ में पिछले दो दिन से सेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर की ट्रायल लैंडिंग नहीं हो पाई है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह बताते हैं कि इन दिनों मौसम अलग रंग लिए हुए है। हालांकि, अगले तीन-चार दिन बारिश की संभावना बेहद कम है, मगर स्थानीय कारकों के सक्रिय होने से छिटपुट रूप से कहीं-कहीं हल्की से हल्की वर्षा अथवा गरज के साथ बौछार जरूर पड़ सकती है। लेकिन, ये परिस्थितियां भी दोपहर एक बजे के बाद अथवा शाम या रात को बन रही हैं। सुबह से दोपहर एक बजे तक मौसम के साफ़ ही रहने के आसार हैं। केदारनाथ की भी यही स्थिति है। चूंकि, राष्ट्रपति का केदारनाथ दौरा सुबह के वक्त है, तो इसमें मौसम बाधक नहीं बनेगा।
हालांकि, मौसम विभाग की मानें तो राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान 28 सितंबर को केदारनाथ में मौसम साफ रहने की संभावना है, लेकिन पिछले दो दिन से वहां मौसम जिस प्रकार करवट बदल रहा उससे कुछ आशंकाएं भी हैं। राष्ट्रपति के दौरे को ध्यान में रखते हुए 2 दिन से सेना के एमआइ-17 हेलीकॉप्टर की केदारनाथ में ट्रायल लैंडिंग नहीं हो पाई। शनिवार को ट्रायल उड़ान आसानी से हुई, पर रविवार को हेलीकाप्टर सोनप्रयाग तक ही जा सका। इसके बाद दो बार प्रयास हुए, मगर केदारनाथ में घना कोहरा था।
सोमवार को भी देहरादून से आते वक्त ऋषिकेश के पास मौसम की खराबी की वजह से हेलीकाप्टर वहीं से वापस लौट गया। इस बीच रुद्रप्रयाग के डीएम डॉ. राघव लंगर व एसपी पीएन मीणा ने सोमवार सुबह केदारनाथ पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। देर शाम तक पूरी फोर्स भी केदारनाथ पहुंच गई। एडवांस सिक्योरिटी लाइजन टीम ने भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
दो बार मौसम बन चुका है राह का रोड़ा
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की केदारनाथ यात्रा को मौसम पहले भी 2 बार बाधित कर चुका है। राष्ट्रपति का 24 अप्रैल 2015 को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के दिन वहां पहुंचने का कार्यक्रम निर्धारित हुआ, लेकिन वहां भारी बर्फबारी के कारण दौरा रद करना पड़ा। इसके बाद 22 जून 2016 को उनका केदारनाथ यात्रा का कार्यक्रम बना और तब उनका हेलीकॉप्टर सोनप्रयाग तक पहुंचा, लेकिन खराब मौसम के कारण उन्हें वापस गौचर लौटना पड़ा। दो घंटे बाद मौसम खुला तो राष्ट्रपति ने गौचर से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी, मगर रामबाड़ा से वापस देहरादून लौटना पड़ा था। अब तीसरी बार 28 सितंबर को उनका केदारनाथ का कार्यक्रम निर्धारित हुआ है।