नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा के लिए मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू हो गई है। चुनावी मैदान में कुल 70 सीटों के लिए 699 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 5 फरवरी को हुए चुनाव में 13,000 से अधिक बूथों पर कुल 60.54 फीसदी मतदान हुआ था। मतगणना केंद्रों की सुरक्षा के लिए कड़ी व्यवस्था की गई है, जिसमें सीसीटीवी निगरानी के साथ-साथ पर्यवेक्षकों की भी तैनाती की गई है।
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी को झटका नई दिल्ली सीट पर आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। यहां के चुनावी परिणाम में पार्टी के राष्ट्रीय convener और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हार गए हैं। भाजपा के प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने उन्हें हराया। इस सीट पर केजरीवाल ने 2013 में दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुए थे। हालांकि, इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।
कालकाजी विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी की जीत वहीं, कालकाजी सीट पर आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी आतिशी ने जीत दर्ज की है। उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी को हराया। कालकाजी सीट इस बार काफी चर्चा में रही, जहां आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री आतिशी को टिकट दिया था, जबकि भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने कद्दावर नेताओं को मैदान में उतारा था।
जंगपुरा विधानसभा सीट पर भाजपा की जीत जंगपुरा सीट पर आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया को हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा के प्रत्याशी तरविंदर सिंह मारवाह ने उन्हें लगभग 600 वोटों से हराया। हार के बाद मनीष सिसोदिया ने जंगपुरा के लोगों का धन्यवाद किया और उम्मीद जताई कि जीतने वाले उम्मीदवार क्षेत्र की समस्याओं को हल करेंगे।
करावल नगर और पटपड़गंज में भाजपा की बढ़त करावल नगर विधानसभा सीट पर भाजपा के कपिल मिश्रा 12 राउंड की गिनती के बाद आगे चल रहे हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के मनोज त्यागी को पछाड़ते हुए 64503 वोट हासिल किए हैं। वहीं, पटपड़गंज सीट पर भाजपा के रवींद्र सिंह नेगी ने जीत दर्ज की है, जबकि आप के अवध ओझा को हार का सामना करना पड़ा। ओझा ने हार के बाद जिम्मेदारी लेते हुए जनता का आभार जताया।
बल्लीमारान विधानसभा सीट पर इमरान हुसैन की बढ़त दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री इमरान हुसैन बल्लीमारान से आगे चल रहे हैं। भाजपा के प्रत्याशी कमल बागड़ी और कांग्रेस के हारून यूसुफ भी इस सीट पर चुनावी मैदान में थे। यह सीट भी खासा महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इमरान हुसैन और हारून यूसुफ दोनों ही दिल्ली सरकार में मंत्री रहे हैं।
दिल्ली के अन्य सीटों पर भी मतगणना के परिणाम धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं और सभी की निगाहें इन परिणामों पर टिकी हुई हैं।