योगा ट्रेनर ज्योति मेर हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, पढिए पूरी ख़बर

हल्द्वानी – शहर को हिला देने वाले योगा ट्रेनर ज्योति मेर हत्याकांड का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। 22 दिन की लंबी जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी अभय कुमार उर्फ राजा को आखिरकार किच्छा से गिरफ्तार कर लिया।

एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बुधवार को प्रेस वार्ता में मामले की पूरी परतें खोलीं। उन्होंने बताया कि 30 जुलाई को मुखानी इलाके के एक किराए के कमरे में ज्योति का शव मिला था। 31 जुलाई को मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ, और तभी से पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई थी।

मामला क्या है?

एसएसपी के मुताबिक, हत्यारोपी अभय मूल रूप से गोल चौक, वाल्मीकि नगर (पश्चिमी चंपारण, बिहार) का रहने वाला है। वह हल्द्वानी में अपने बड़े भाई अजय कुमार के साथ चंदन डायग्नोसिस सेंटर के टॉप फ्लोर पर एक योगा सेंटर चलाता था, जहां ज्योति मैनेजमेंट का काम देखती थीं।

पुलिस पूछताछ में अभय ने बताया कि अजय और ज्योति एक-दूसरे को भाई-बहन मानते थे, लेकिन समय के साथ उनके बीच अवैध संबंध बन गए। संबंधों में खटास तब आई जब अजय ने ज्योति को पैसे देना बंद कर दिया। इसी से नाराज़ होकर अभय ने साजिश रची।

कैसे दी गई हत्या को अंजाम?

अभय ने स्वीकार किया कि उसने 30 जुलाई को ज्योति के किराए के कमरे में घुसकर दुपट्टे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और शव को वहीं छोड़कर फरार हो गया। वारदात के बाद वह नैनीताल के रास्ते नेपाल भाग गया। कुछ दिन पहले जब वह किच्छा वापस लौटा, तो पुलिस ने उसे धर दबोचा।

SSP का बयान

यह हत्या व्यक्तिगत नाराजगी और अवैध संबंधों से उपजे तनाव का परिणाम थी। आरोपी ने योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गया था, लेकिन हमारी टीम ने अथक प्रयास से उसे पकड़ लिया।

आगे की कार्रवाई

पुलिस अब अजय कुमार की भूमिका की भी गहराई से जांच कर रही है। अगर किसी प्रकार की मिलीभगत या उकसावे के साक्ष्य मिलते हैं, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई संभव है।

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