नई दिल्ली: हरियाणा सरकार के मंत्री ज्यादा ही बेवाक हो गए है। अभी तक तो नेताओं पर ही बयानबाजी सीमित थी पर अब पशुओं पर भी बोलने से पीछे नही हटते। खट्टर सरकार के पशुपालन और डेरी मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने विधानसभा में एक अजीबो-गरीब बयान दिया है. धनखड़ ने राज्य में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या के लिए विदेशी सांडो को जिम्मेदार ठहराया. धनकड़ ने कहा कि विदेशी सांडों का कैरेक्टर ढीला है. वह भैंसों का शोषण करते हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, धनखड़ ने विधानसभा में बहस के दौरान कहा, ‘’विदेशी नस्ल वाले सांडों का चरित्र बिल्कुल अपने देशों के सांडों की तरह होता है.
2012 की पशु जनगणना के मुताबिक, प्रदेश में सांडों की संख्या 3 लाख है, इनमें से 1 लाख 59 हजार सांड मिश्रित नस्ल के हैं. इनकी संख्या पर नियंत्रण के लिए करीब 22 हजार सांडों को बधिया करा दिया गया है. धनखड़ ने बताया कि अगर इन सांडों का बधिया न कराया जाए तो गौशाला वाले भी जगह नहीं देते.
उन्होंने बताया कि स्थानीय नस्ल को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पहले ही 4 दशकों से क्रॉस बीडिंग कार्यक्रम के तहत कराए जा रहे प्रजनन पर रोक लगा दी है. बतौर धनखड़, मिश्रित नस्ल सांडों की संख्या में कमी करने के लिए सरकार ने यूएस के अधिकारियों से भी बात की है.