7 सितम्बर को गुड़गांव के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में मासूम प्रद्युम्न का शरीर खून से लतपत स्कूल स्टाफ के बाथरूम में मिला , जहा से उसे अस्पताल ले जाया गया , वह डॉक्टर्स ने उसे मरा हुआ बताया .. एक मासूम की जिंदगी चाक़ू के गर्दन पर वार करने से हुई . क्या कोई इतना बेरहम हो सकता है की एक बच्चे की जान लेते वक़्त उसके हाथ नहीं कापें .. और क़त्ल करने वाला कोई और नहीं , एक ऐसा इंसान जो उसे अक्सर स्कूल में मिलता था .
रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के मासूम प्रद्युम्न के कातिल बस कंडक्टर अशोक ने कैमरे पर अपना जुर्म कबूल कर लिया है. अशोक ने पुलिस को बताया कि वह प्रद्युम्न के साथ कुकर्म करना चाहता था. प्रद्युम्न के शोर मचाने के बाद उसने उसकी गला रेतकर हत्या कर दी.
स्कूल के बस कंडक्टर अशोक के कबूलनामे से हर कोई सन्न रह गया. 42 साल के अशोक को पुलिस ने बीती रात ही गिरफ्तार कर लिया था. घमरोज गांव का रहने वाला अशोक पिछले 8 महीने से स्कूल में काम कर रहा था.
अशोक ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार सुबह जब उसने प्रद्युम्न को टॉयलेट में अकेला देखा तो उसने जबरन उसके साथ कुकर्म करने की कोशिश की. प्रद्युम्न ने जब शोर मचाया तो अशोक ने उसका गला काट दिया. ये वारदात इंसानियत को शर्म शार कर देने वाली तो है ही साथ ही इंसान का इंसान पर से भरोसा न करने वाली हो गयी है.
अशोक के पास पहले से चाकू रखा हुआ था. वारदात को अंजाम देने के बाद अशोक ने टॉयलेट में ही चाकू धोया और चाकू वहीं फेंककर बाहर आ गया. इसके बाद अशोक ही बच्चे को अस्पताल पहुंचाने के लिए उसे गाड़ी तक लेकर आया ताकि किसी को उस पर शक न हो.
कुछ बच्चों ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि घटना के समय उन्होंने कंडक्टर अशोक को टॉयलेट में जाते हुए देखा था. वहीं पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से भी इस केस को सुलझाने में काफी मदद मिली. पुलिस का कहना है कि अशोक ने अकेले इस वारदात को अंजाम देने की बात कबूली है.
अशोक का क्रिमिनल रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. शनिवार को अशोक को कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस का कहना है कि जरुरत पड़ी तो स्कूल के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. वहीं प्रद्युम्न के परिजनों ने स्कूल के खिलाफ कार्रवाई न करने पर कड़ी नाराजगी जताई.
स्कूल प्रबंधन भी कुसूरवार
प्रद्युम्न की मां ज्योति ने कहा कि अगर स्कूल के अंदर मैनेजमेंट ही बच्चों को सुरक्षा नहीं दे सकता तो बच्चे आखिर कहां सुरक्षित रहेंगे. उन्होंने अपने बच्चे की मौत के लिए कंडक्टर अशोक के साथ-साथ स्कूल प्रबंधन को भी कुसूरवार बताया. साथ ही मैनेजमेंट के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की ताकि कोई और मासूम किसी अशोक का शिकार न हो.