भारतीय सेना ने दो साल बाद एक बार फिर नागा उग्रवादियों के खिलाफ जबरदस्त कार्यवाही कर उन्हें भारी नुकसान पहुंचाया है। बुधवार तड़के भारतीय सेना ने भारत-म्यांमार सीमा पर नागा उग्रवादियों के ठिकानों पर धावा बोलकर कई ठिकानें नष्ट कर दिए हैं। जिसमे कई नागा उग्रवादियों के मारे जाने की खबर है।
भारतीय सेना के इस हमले से NSCN(K) कैडर के उग्रवादियों को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। भारतीय सेना के इस ऑपरेशन में कई आतंकी हताहत हुए हैं। आपको बता दें भारतीय सेना ने यह ऑपरेशन सुबह लगभग 4:45 बजे किया गया था। भारतीय सेना ने साफ़ कहा है कि यह ऑपरेशन म्यांमार की सीमा में घुसकर नहीं किया गया है। सेना ने यह ऑपरेशन असम-नागालैंड बॉर्डर पर अंजाम दिया है।
आपको बतादे कि 2015 में एमएससीएन के खापलांग गुट ने मणिपुर में डोगरा रेजिमेंट पर हमला किया था जिसमे 18 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। जवाब में सेना ने जून 2015 में म्यांमार सीमा के अंदर घुसकर नागा उग्रवादियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक कर उग्रवादियों के कई कैम्प नष्ट कर दिए थे। जबकि तब भारतीय सेना ने करीब 15 उग्रवादियों को मार गिराया था।
सेना ने तडके ही इस ऑपरेशन की शुरुआत की और लंगखू गाँव के पास नागा उग्रवादियों पर हमला कर दिया। ज्ञात हो यह जगह भारत-म्यांमार बॉर्डर से लगभग 10-15 किलोमीटर दूर है। बताया जा रहा है कि भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन को इनपुट के आधार पर अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि सुबह लगभग पौने पाँच बजे के भारतीय सेना और नागा आतंकियों के बीच जमकर गोलीबारी शुरू हुई। इसके बाद भारतीय सेना ने अपना रूद्र रूप दिखाते हुए, कई आतंकियों को मार गिराया।
हालांकि भारतीय सेना के इस हमले के कितने नागा आतंकी मारे गए हैं, इस बात की कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। यह पहली बार नहीं है जब भारतीय सेना ने नागा आतंकियों पर हमला बोला है। इससे पहले जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी म्यांमार दौरे पर गए थे, उससे कुछ दिन पहले ही सेना ने इस तरह के एक अन्य ऑपरेशन को अंजाम दिया था। भारतीय सेना ने भारत-म्यांमार सीमा पर नागा आतंकी संगठन NSCN(K) के एक आतंकी कैम्प को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था। इस हमले में सेना ने एक आतंकी को भी मार गिराया था।ख़ुफ़िया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर यह भी पता चला है कि भारतीय सेना को इस आतंकी कैम्प की जानकारी काफी पहले ही हो गयी थी। भारतीय सेना इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए 2-3 दिन पहले से ही लगी हुई थी। सेना ने सुबह 7:30 बजे कैम्प पर हमला बोला था। यक़ीनन इस हमले के बाद से नागा आतंकियों के दिल में भारतीय सेना का खौफ बैठ गया होगा।
म्यांमार ने सर्जिकल स्ट्राइक की प्रुस्टि की है और म्याँमार का कहना है की आतंकवाद के खिलाफ हम हमेशा भारत के साथ हैं और रहेंगे