
महिलाओं के सोलह श्रृंगार में पायल का भी महत्वपूर्ण स्थान हैं, किंतु इसके अलावा भी कहा जाता है कि पायल को पैरों से दैवीय शक्तियां आकर्षित होती है। जिससे घर में सुख, समृध्दि और शांति आती है। इसी के साथ पायल सोने या चांदी की महत्वपूर्ण धातु से बनी होती है। इसी के साथ यह हमेशा पैरों में घर्षण करती है। जिसकी वजह से पैरों को इन तत्वों से मजबूती मिलती है।
पायल की सुरीली ध्वनि घर में आने वाली नकारात्मक शक्तियों पर अकुंश लगाती है। तथा इन शक्तियों को घर में प्रवेश होने से रोकती हैं। और पूरे वातावरण को पवित्र करती हैं। इसकी धातु हमारे शरीर के लिए लाभदायक हैं क्योंकि कई सारे रोगों के लिए धातु की भस्म का इस्तेमाल किया जाता है।
इसी के साथ यह धार्मिक आधारों के उपर भी बहुत पवित्र मानी गयी है। साथ ही पायल की आवाज भी लोगों के लिए सुरम्य वातावरण पैदा करता है। इसलिए औरतें अपने पैरों में पायल पहनती है।