भविष्य में होने वाली घटना का संकेत देते ये पक्षी…!

bordविज़न 2020 न्यूज: कहते हैं कि भविष्य में होने वाले खतरे या खुशी को जीव-जानवर पहले ही भांप लेते हैं। प्रचीनकाल में पशु-पक्षियों को लेकर कई धारणाएं मानी जाती हैं जिन्हें लोग आज भी मानते हैं। आइए जानते  हैं ऐसी धारणाएं जो पक्षियों की हरकतों से जुड़ी है। अब इसे विश्वास कहें या अंधविश्वास, लेकिन प्राचीन काल से चली आ रही ये धारणाएं आज भी मानी जाती है।…

टिटहरी देती भूंकप की सूचना..!

ऐसी मान्यता है कि टिटहरी जिन दिन पेड़ पर रहने लगे समझो कि धरती पर भूकंप आने वाला है। टिटहरी कभी भी पेड़ पर अपना घर नहीं बनाती है। वह जमीन पर ही अंडे देती है और जमीन पर ही रहती है।

 जब घर में प्रवेश करे चमगादड़ तो..!

घर के अंदर चमगादड़ का प्रवेश करना आने वाली मौत को दर्शाता है। हालांकि कुछ का मानना है कि यह घर के खाली हो जाने की सूचना है। हालांकि कुछ का कहना है कि चमगादड़ ऐसी बीमारियों को फैलाने के लिए जिम्मेदार है जिसका प्राचीन या मध्यकाल में इलाज संभव नहीं था इसलिए चमगादढ़ को मौत का दूत कहा जाने लगा।

कौए की आवाज का संकेत..!

प्रथम प्रहर में कौए की आवाज सुनाई दे तो अतिथि आ सकता है। दूसरे प्रहर में व्यापार में लाभ हो सकता है। प्रथम प्रहर में दक्षिण दिशा में कौए की आवाज सुनाई देना अर्थ लाभ कराता है। मध्यान्ह में सुनाई दे तो पद की प्राप्ति होती है। लेकिन तीसरे और चौथे प्रहर की आवाज का मतलब यह कि खराब संदेश प्राप्त होता है। किसी नगर या ग्राम में कौओं का झुंड इकठ्ठा हो तो विवाद का कारण बनता है। घर पर अधिक कौओं का बैठना मृत्यु तुल्य कष्ट देता है। चलते हुए सिर पर कौओं का स्पर्श  करना भी स्वास्थ्य और आयु के लिए ठीक नहीं होता। रात में कौवे बोले, दिन में गीदड़ बोले तो अवश्य ही कोई बड़ा उपद्रव होगा।

घर में गोरैया घोंसला बनाए तो..!

कहते हैं कि आपके घर में या बालकनी में गोरैया चिड़िया अपना घोसला बनाकर रहने लगे तो समझो की आपके घर में खुशियों की शुरूआत हुई। हर तरह का संकट हट जाता है और घर के सभी सदस्यों का चित्त प्रसन्न रहने लगता है।

क्या कहता है उल्लू..!

यदि उल्लू की आवाज रात्रि में प्रथम प्रहर, द्वितीय और चतुर्थ प्रहर में सुनाई दे तो इच्छा के पूर्ण होने के संकेत हैं। इससे अर्थ लाभ, व्यापार में लाभ और राजदरबार आदि में लाभ मिलेगा। लेकिन एक ही दिशा में उल्लू का बार-बार आवाज होना, उसका दिखना, अधिक कल्याणकारी नहीं है। यह संकट की सूचना है या इसे आपकी सेहत खराब होने की सूचना भी माना जा सकता है।

कोयल की आवाज..!

 दिन के प्रथम प्रहर में कोयल की आवाज सुनाई दे तो नुकसान हो सकता है। इसलिए इस संदर्भ में जब भी ऐसी आवाज सुने तो वहां से हट जाने की हिदायत दी गई है।

बाज का दिखाई देना…!

 बाज पक्षी दिन के प्रथम प्रहर में पूर्व दिशा में दिखाई दे या आवाज सुनाई दे तो यह शुभ माना जाता है। ऐसा लगातार होने पर खेती के हाल अच्छे होंगे। पंरतु अन्य समय में उसकी आवाज सुनाई दे तो राज्य से परेशानी होने की स्थिति बनती है।

मुर्गा की आवाज सुनाई दे तो..!

 दिन के प्रथम प्रहर या दूसरे प्रहर में मुर्गे की आवाज सुनाई दे तो किसी पुराने व्यक्ति से मिलन होता है तथा सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकती है। तीसरे और चौथे प्रहर में सुनाई दे तो चोट लगने तथा जलने का योग रहता है।

कबूतर की गुटर गूं..!

दिन के प्रथम प्रहर में कबूतर की गुटर गूं सुनाई दे तो अर्थ लाभ, तीसरे प्रहर में विवाह या प्रेम-संबंध के होने की मान्यता है। परंतु चौथे प्रहर में सुने तो कार्य में हानि का योग रहता है। कबूतर का सिर के उपर से उड़ना जीवन के कष्टों को कम करता है। कबूतर का‍ किसी स्थान पर रहना उस स्थान के रहने वालों को नुकसान पहुंचाता है।

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