खटीमा (उधम सिंह नगर): बीते दिनों उधम सिंह नगर जिले के खटीमा में पूजा नाम की महिला की हत्या का मामला सामने आया था। अब इस मामले में पुलिस ने हत्यारोपी मुस्ताक अहमद के घर को जेसीबी से तोड़ दिया है। आरोपी ने पूजा का गला काटकर उसका शव खटीमा में छिपा दिया था। पूजा की गुमशुदगी हरियाणा में दर्ज की गई थी, जिसके बाद आरोपी मुस्ताक अहमद को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि पूजा और मुस्ताक एक लिव इन रिलेशनशिप में रहते थे। पूजा से पीछा छुड़ाने के लिए मुस्ताक ने उसकी हत्या कर दी थी।
पुलिस का कहना है कि पूजा हत्याकांड के आरोपी मुस्ताक अहमद का घर अवैध रूप से कब्जा कर बनाई गई थी। घर गिराने की कार्रवाई सोमवार को जिलाधिकारी नितिन भदौरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर की गई। प्रशासन ने अतिक्रमण और अवैध निर्माण के खिलाफ यह कार्रवाई की है।
पुलिस ने बताया कि मुस्ताक अहमद के पिता ने गांव गौरीखेड़ा, सितारगंज में एसटी वर्ग की जमीन पर अवैध कब्जा किया था। यह जमीन मथुरा सिंह नामक व्यक्ति की थी, जो एसटी वर्ग से संबंधित था। मथुरा सिंह के निधन के बाद यह जमीन मथुरा प्रसाद के नाम पर दर्ज हुई। अली अहमद ने इस पर मकान बनवाया था। जब प्रशासन ने जांच की तो यह तथ्य सामने आया कि यह कब्जा अवैध था। इसके बाद प्रशासन ने अली अहमद को नोटिस जारी किया था, लेकिन उसने इसका कोई जवाब नहीं दिया, जिसके बाद घर को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया।
पूजा विश्वास, जो नानकमत्ता की निवासी थीं, और मुस्ताक अहमद के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहती थीं। आरोप है कि मुस्ताक अहमद ने पूजा से पीछा छुड़ाने के लिए उसकी हत्या कर दी और उसका शव खटीमा के कोतवाली क्षेत्र में फेंक दिया। पूजा की बहन ने 19 दिसंबर 2024 को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट हरियाणा के गुरुग्राम में दर्ज कराई थी। हरियाणा पुलिस ने जांच शुरू की और मुस्ताक अहमद को गिरफ्तार किया।
मुस्ताक अहमद की निशानदेही पर हरियाणा पुलिस ने खटीमा पहुंचकर पूजा की सिर कटी लाश नद्दना नहर के पास से बरामद की। पूजा और मुस्ताक दोनों पहले गुरुग्राम में लिव इन रिलेशनशिप में रहते थे। मुस्ताक ने करीब पांच महीने पहले पूजा की हत्या की थी और शव को खटीमा के नहर में फेंक दिया था।
जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मामले को लेकर कड़ी कार्रवाई की है और जिला प्रशासन की ओर से अवैध निर्माणों के खिलाफ इस तरह के अभियान को आगे भी जारी रखने की बात कही है। इस कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि प्रशासन किसी भी प्रकार के अवैध कब्जे और अपराधियों के खिलाफ सख्ती से निपटेगा।