विकासशील एवं अविकसित देशों के लिए HIV को एक बड़ी समस्या के तौर पर देखा जाता है। बात केवल अविकसित देशों की नहीं है बल्कि विकसित देशों में भी यह बीमारी कई मौतों की वजह बन चुकी है। यौ*न सम्बन्ध, दूषित खून एवं इस्तेमाल की हुई सुई इस जानलेवा बीमारी के फ़ैलने की मुख्य वजह है। सुरक्षित यौ*न सम्बन्ध के जरिये इसे कुछ हद तक सीमित किया जा सकता है एवं इस दिशा में जागरूकता फैलाते हुए प्रयास भी किये जा रहे हैं।
HIV के कहीं आप भी पीड़ित तो नहीं…
1.वैसे तो बुखार एक सामान्य बीमारी ही है। परंतु यदि यही बुखार लंबे समय तक आपका पीछा ना छोड़े तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। बुखार होना HIV संक्रमण का एक बड़ा लक्षण है। इसीलिए यदि आप अक्सर एवं लंबे समय तक बुखार से ग्रसित रहते हैं तो आपको तुरंत ही अस्पताल जाकर HIV की जांच करवा लेनी चाहिए।
2.HIV के विषाणु हमारे शरीर की कार्यक्षमता पर बहुत बुरा प्रभाव डालते हैं। इसी वजह से यदि आपको अक्सर थकान महसूस होने लगे एवं आप किसी तयशुदा काम को शुरू करने से पहले ही थके हुए रहने लगें तो आपको सावधान होने की जरुरत है।
3.एक बीमार शरीर की सबसे बड़ी पहचान होती है उसकी एकाग्रता में भारी कमी। इंसान चाह कर भी अपने काम या पढ़ाई में पूरा ध्यान नहीं लगा पाता है।
4.इस बिमारी से संक्रमित होने पर रातें हमेशा बेचैनी में गुजरती है। पीड़ित इंसान अपनी रातें करवटें बदलने में ही गुजार देता है एवं दम घुटने व बेचैनी होने की वजह से नींद भी नही आती।
5. चमड़ी के निचे, मुंह, पलको के निचे या नाक में लाल, भूरे, बैंगनी या गुलाबी रंग के धब्बे होना।
6. याददाश कम होना।
7.रात को पसीना आना।
यदि आप भी इन लक्षणों से जूझ रहे हैं तो फ़ौरन किसी चिकित्सक की सलाह लें। यह HIV हो सकता है।