देहरादून : दिल्ली के लिए बस सेवा में कमी आने से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली जाने के लिए समय पर बसें उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं, जबकि प्राइवेट बसों द्वारा यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। BS-4 बसों पर प्रवेश पर लगी रोक के बाद उत्तराखंड रोडवेज की दिल्ली मार्ग पर 194 बसें बाहर हो गई हैं, जिसमें 41 वॉल्वो बसें भी शामिल हैं।
दिल्ली जाने वाले मुसाफिरों का कहना है कि पहले जहां आसानी से समय पर बसें मिल जाती थीं, वहीं अब BS-4 बसों की रोक के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर, वॉल्वो बसों की कमी के कारण मुसाफिरों को समय पर यात्रा करने में कठिनाई हो रही है। इसके अलावा, प्राइवेट बस ऑपरेटर बिना कोई निर्धारित दर के यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं, जिससे यात्रियों में नाराजगी है।
BS-4 बसों पर रोक से बढ़ी समस्याएं
उत्तराखंड परिवहन विभाग ने BS-4 (भारत स्टेज-4) मानकों को पूरा करने वाली बसों पर दिल्ली में प्रवेश पर रोक लगा दी है, जिसके बाद राज्य की 194 बसें दिल्ली मार्ग से बाहर हो गई हैं। इसमें 41 वॉल्वो बसें भी शामिल हैं, जो पहले दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए एक सुविधाजनक और समयबद्ध विकल्प थीं। वॉल्वो बसों में बैठने की बेहतर सुविधा और समय पर सफर की गारंटी देने के कारण ये बसें यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय थीं।
प्राइवेट बसों द्वारा मनमाना किराया वसूली
बसों की कमी के चलते, प्राइवेट बस ऑपरेटर अब यात्रियों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि पहले जो किराया 500-700 रुपये के बीच था, अब वही किराया 1000-1200 रुपये तक बढ़ गया है। इसके अलावा, कई यात्रियों ने यह भी आरोप लगाया है कि प्राइवेट बसों में सीट की सुविधा भी पर्याप्त नहीं है, और बसें असुविधाजनक स्थिति में होती हैं।
यात्रियों के लिए बढ़ी परेशानी
दिल्ली जाने वाले यात्रियों का कहना है कि BS-4 बसों पर रोक लगाने के बाद उत्तराखंड रोडवेज ने दिल्ली जाने के लिए बसों की संख्या बहुत घटा दी है। इससे यात्रियों को भीषण परेशानी हो रही है। समय पर दिल्ली पहुंचने के लिए पहले उपलब्ध वॉल्वो बसें अब नहीं मिल रही हैं, और प्राइवेट बसों में बैठने का विकल्प भी केवल ज्यादा पैसे खर्च करने से ही संभव हो पा रहा है।