देहरादून : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए एक अहम फैसला लिया गया है। राष्ट्रीय बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) ने चारधाम यात्रा मार्गों पर डीएनबी (Diplomate of National Board) डॉक्टरों की रोटेशनल तैनाती को हरी झंडी दे दी है।
राज्य सरकार और NBEMS की इस संयुक्त पहल से चारधाम यात्रा 2025 के दौरान तीर्थयात्रियों को आपात स्थिति में विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी। इस कदम का उद्देश्य उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करना और डॉक्टरों को इन विशेष क्षेत्रों में सेवा का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की विशेष पहल
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए सक्रिय हैं। उनकी पहल पर ही NBEMS द्वारा यह योजना लागू की जा रही है।
NBEMS ने जारी की संपर्क अधिकारियों की सूची
NBEMS अध्यक्ष डॉ. अभिजात सेठ ने राज्य सरकार को उन मान्यता प्राप्त अस्पतालों की सूची सौंपी है जिनके डीएनबी डॉक्टर चारधाम यात्रा में सेवाएं देंगे। इन अस्पतालों से नियुक्त किए गए संपर्क अधिकारी निम्नलिखित हैं:
- नरेंद्र सिंह रावत – मैक्स अस्पताल
- डॉ. राजेंद्र शर्मा – वीसीएसजी राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान एवं एचएनबी बेस टीचिंग हॉस्पिटल, श्रीनगर
- अरुंधति बोस – सिनर्जी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, देहरादून
- फरमान अली – द मेडिसिटी हॉस्पिटल, रुद्रपुर
- सोम प्रताप सिंह – केवीआर हॉस्पिटल, काशीपुर
- शेखर मंडल – बृजलाल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, हल्द्वानी
- विजय लैम्बर्ट – साई हॉस्पिटल, हल्द्वानी
- यवेंद्र कुमार – गौतम हॉस्पिटल, रुद्रपुर
- रोहित कपूर – फुतेला हॉस्पिटल, रुद्रपुर