चारधाम यात्रा पंजीकरण का आंकड़ा पहुंचा 17 लाख के पार, सितंबर की हेली सेवाएं भी हुई फुल।

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देहरादून – चारधाम हेली सेवाओं की ऑनलाइन टिकट बुकिंग शुल्क जमा करने से ठीक पहले धोखा दे रही है। ऐसे तमाम लोग हैं, जो ऑनलाइन जानकारी भरने के बाद जैसे ही शुल्क जमा कर रहे, तभी वेबसाइट हैंग हो रही है। जब तक दोबारा प्रक्रिया पूरी करते हैं तब तक सीट फुल हो रही है। उधर, सोमवार को चारधाम यात्रा पंजीकरण का आंकड़ा 17 लाख पार हो गया, जबकि सितंबर की हेली सेवाएं भी फुल हो गईं।

दरअसल, केदारनाथ हेली सेवा सिरसी, फाटा व गुप्तकाशी से संचालित होती है। गुप्तकाशी से ट्रांसभारत, आर्यन एविएशन, सिरसी से हिमालयन एविएशन, ग्लोबल विक्ट्रा, थंबी एविएशन और फाटा से पवनहंस, केस्ट्रल एविएशन, ट्रांसभारत एविएशन और एयरो एविएशन इस बार हेली सेवाएं संचालित करेंगे। सरकार ने आईआरसीटीसी के माध्यम से ही ऑनलाइन टिकट बुकिंग व्यवस्था शुरू की है।

मई से लेकर 20 जून तक के टिकट हाथोंहाथ बिक गए, लेकिन कई लोगों के ऑनलाइन टिकट बुकिंग के दौरान शुल्क जमा करते समय वेबसाइट ने धोखा दे दिया। जब उन्होंने दोबारा टिकट बुकिंग प्रक्रिया शुरू की तो तब तक सभी टिकट बुक हो गए। अब उनकी मांग है कि इस समस्या से निजात दिलाई जाए। टिकट बुकिंग के लिए ऑफलाइन की भी व्यवस्था की जाए। वहीं, उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के सीईओ सी रविशंकर का कहना है कई बार एक ही समय पर कई यूजर टिकट बुकिंग के लिए वेबसाइट पर होते हैं, जिससे तकनीकी या नेटवर्क संबंधी दिक्कत आ सकती है। हालांकि, उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी से टिकट बुकिंग सुचारू चल रही है।

मई-जून के बाद सितंबर की हेली सेवा भी फुल
केदारनाथ हेली सेवाओं के लिए जबरदस्त मारामारी का आलम है। मई से 20 जून तक की हेली सेवाएं फुल हो चुकी हैं। अब सितंबर माह के लिए भी टिकट बुकिंग पूरी हो गई है। अक्तूबर के लिए करीब 50 प्रतिशत टिकट बचे हुए हैं। वहीं, 20 जून से जुलाई तक मानसून सीजन के लिए अभी हेली टिकट बुकिंग शुरू नहीं किया गया है। इसके लिए जल्द ही यूकाडा निर्णय लेगा।

चारधाम यात्रा पंजीकरण 17 लाख पार
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण का आंकड़ा सोमवार को 17 लाख को पार कर गया। खबर लिखे जाने तक 17,09,118 पंजीकरण हो चुके थे। इनमें यमुनोत्री के लिए 2,77,775, गंगोत्री के लिए 3,10,715, केदारनाथ के लिए 5,94,147, बदरीनाथ के लिए 4,98,086 और हेमकुंड साहिब के लिए 28,395 पंजीकरण शामिल हैं। सबसे ज्यादा 13,26,508 पंजीकरण वेबसाइट के माध्यम से हुए हैं। इसके अलावा 2,35,485 पंजीकरण मोबाइल एप से और 1,47,125 पंजीकरण वॉट्सएप के माध्यम से हुए हैं।

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