रुडकी- मानसून के आखिर में हुई जोरदार बारिश और उसके साथ चली तेज हवा ने स्थानीय किसानों की चार महीने की मेहनत पर पानी फेर दिया है। बारिश से क्षेत्र के किसानों की धान की फसल जमीन पर गिर गई है। किसानों की मानें तो इससे धान की करीब तीन चैथाई फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। बरसात के मौसम फिलहाल समाप्ति पर है। ऐसे में किसानों को अब ज्यादा बारिश होने की उम्मीद नहीं थी। लेकिन तीन दिन की लगातार बारिश ने आफत मचा दी। नतीजा ये हुआ क्षेत्र के किसानों के खेतों में धान की फसल गिर गई। किसानों ने बताया कि क्षेत्र के लगभग सभी किसानों ने थोड़ी बहुत धान की फसल बो रखी थी। इस बरसात व आंधी से करीब तीन चैथाई फसल नीचे गिरकर बर्बाद हो गई है। ज्यादा नुकसान बासमती धान की फसल को हुआ है। किसानों के संगठन उत्तराखंड किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष चौधरी महकार सिंह ने बताया कि किसानों की धान की फसल को काफी हानि पहुंची है। इस बाबत जिलाधिकारी व मुख्य कृषि अधिकारी से बात करके फसल बीमा योजना से किसानों को नुकसान का क्लेम दिलाया जाएगा।