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कुलदीप राणा, रुद्रप्रयाग। – महिला शक्ति के साथ सामाजिक और प्रशासनिक शक्ति का एक होना प्रशंसनिय: चण्डी
– भटवाड़ी के ग्रामीणों पर्यावरण बचाओं मुहिम सराहनीय: चण्डी प्रसाद भट्ट.
– भटवाड़ी के ग्रामीणों पर्यावरण बचाओं मुहिम सराहनीय: चण्डी प्रसाद भट्ट.
जनपद रुद्रप्रयाग के भटवाड़ी के ग्रामीणों ने जंगलों को बचाने की एक सामुहिक पहल शुरू की है, जिसके तहत भटवाड़ी गांव के नीचे अलकनंदा नदी किनारे ग्रामीणों ने त्रिफला वन सहित विभिन्न जनोपयोगी वृक्ष लगाकर पर्यावरण को बचाने की मुहिम शुरू की है। प्रख्यात पर्यावरण विद् तथा गाँधी शांति पुरूस्कार से विभूषित चण्डी प्रसाद भट्टन ने कहा कि ग्रामीणों की यह पहल काबिले तारिफ है। उन्होंने कहा कि नदी किनारे त्रिफला वन सहित अनेक फलदार व छायादार पौधों का रोपण करने से जहां बारिश और बाढ़ की मरक क्षमता रूकेगी वहीं भूसस्खलन और भूधंसाव भी कम होगा। भटवाड़ी गांव में पर्यावरण संगोष्ठी में श्री भट्ट ने कहा कि इसमें ग्रामीण महिलाओं की अधिक भागेदारी, सामाजिक शक्ति के साथ ही प्रशासन जैसी तीनों शक्तियों के मिलने से इस मुहिम को और भी गति मिल रही है जिसके भविष्य में साकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे।
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गौरतलब है कि शिक्षक सतेन्द्र भण्डारी के प्रयासों भटवाड़ी गांव में अलकनंदा नदी किनारे कई सालों से त्रिफला वन तैयार किया जा रहा है। इसके के साथ अब ग्रामीणों ने भी उनके साथ इस मुहिम में जुड़ने का फैसला लिया गया। बुधवार को पर्यावरण बचाओं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी ने कहा ग्रामीणों का यह प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि वनों के निर्माण से जहां हमारे पर्यावरण को फायदा होगा वहीं इससे ग्रामीणों की आर्थिकी में भी सुधार आयेगा। उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर वहां फलपट्टी विकसित करने का भी आश्वासन दिया। वरिष्ठ पत्रकार रमेश पहाड़ी ने कहा कि सरकारी योजनाओं के तहत वर्षों से पेड़ लग रहे हैं लेकिन देश के रेख के अभाव में एक भी पेड़ जिदा नहीं रहता हैं इसलिए सबसे जरूरी है कि पेड़ लगाने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी तय हो। उन्होंने चिंता जताई कि आज जंगल इस प्रकार नष्ट हो गए हैं कि चारा-पत्ती से लेकर घरों में आग जलाने तक के लिए लकड़ी नहीं मिल रही हैं जबकि पर्यावरण के लिए कितना घातक सिद्ध हो रहा होगा इसकी कल्पना आसानी से की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हमें अब नये तरीके सोचने की आवाश्यकता है। लोगों को स्वयं अब कुछ करना होगा तभी सरकार भी मदद करेगी सबकुछ सरकार के भरोसे रहने से स्थिति में सुधार नहीं आयेगा। सर्वोदयी कार्यकर्ता मुरारी लाल ने कहा कि गांवों से पलयान तभी रूकेगा जब सरकार गांवों में छोटे-छोटे कुटीर उद्योग स्थापित करेंगी। उन्होंने अवसर पर पर्यावरण विद् चण्डी प्रसाद भट्ट ने विवेकानंद कृषि अनुसंधान केन्द्र द्वारा लोहे के नये तकनीक के हल भी ग्रामीणों को वितरित किए तथा तेजपत्ता के पौधों का रोपण भी किया गया। कार्यक्रम प्र्यावरण प्रेमी तथा शिक्षक सत्तेन्द्र भण्डारी, सर्वोदयी कार्यकर्ता मुरारीलाल, भोपाल सिंह नेगी, दरबान सिंह नेगी, सरपंच सुरेन्द्र सिंह जगवाण, महिला मंगल दल की अध्यक्ष माया देवी, वीरा देवी, विमला देवी, ताजबर भंडारी, धूम सिंह, सुदामा सिंह, पूर्व प्रधान शैलेन्द्र भण्डारी, योगम्बर सिंह सहित विभिन्न संख्या में लोग उपस्थित थे।