मोदी सरकार की कूटनीति की वजह से 1993 के मुंबई सीरियल बम धमाकों का आरोपी और भारत के मोस्ट वांटेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को बड़ा झटका लगा है। ब्रिटेन में दाऊद की 6.7 बिलियन डॉलर यानि 43 हजार करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली गई है.भारत की तरफ से सौपे गए सबूतों के आधार पर एजेंसियों ने यह कार्यवाही की है…ब्रिटेन के इस कदम को भारत सरकार के लिए बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है साथ ही इसे मोदी सरकार की बड़ी जीत बताई जा रही है।
1993 मुंबई ब्लास्ट्स का मास्टरमाइंड है दाऊद
बता दें कि दाऊद 1993 में मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट्स मामले में आरोपी है। धमाकों के बाद वह भारत से फरार हो गया था। इन ब्लास्ट में 260 लोगों की मौत हुई थी और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। दाऊद को लेकर भारत कई बार पाकिस्तान को डोजियर सौंप चुका है। भारत सरकार ने दाऊद के पाकिस्तान में पतों का भी डोजियर में जिक्र किया था, लेकिन पाकिस्तान हमेशा यही दावा करता रहा है कि दाऊद इब्राहिम उसके यहां नहीं है।
दाऊद का नाम इंटरपोल की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल है। उस पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और एक आपराधिक गिरोह ऑपरेट करने का आरोप है। अमेरिका ने 2003 में इसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था।
ब्रिटेन के अखबार बर्मिंघम मेल ने फोर्ब्स बिजनेस मैग्जीन के हवाले से लिखा है कि कोलंबिया के ड्रग तस्कर पाब्लो एस्कोबार के बाद दाऊद दुनिया का दूसरा सबसे अमीर क्रिमिनल है. इससे पहले ब्रिटेन की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें कहा गया था कि दाऊद ब्रिटेन में 21 फर्जी नामों से रह रहा है.