
नई शुरुआत और भौतिक सुख का प्रतीक है धनतेरस
धनतेरस को नई शुरुआत और भौतिक सुख का प्रतीक माना जाता है। इसी के साथ ही दिवाली के त्यौहार की शुरूआत हो जाती है। मान्यता है कि धनतेरस पर सोना या चांदी खरीदना बेहद ही शुभ होता है और इसके प्रभाव से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
शास्त्रों के मुताबिक धनतेरस का पर्व देवी लक्ष्मी, कुबेर महाराज और भगवान धन्वंतरि की उपासना से जुड़ा है। इइस दिन उनके नामों का स्मरण मात्र से धन-दौलत व घर-संपत्ति में तेरह गुना वृद्धि होती हैं। जबकि झाड़ू, सोना, वाहन, बर्तन आदि चीजों की खरीदारी करने से जीवन में नए बदलाव आते हैं।
धनतेरस पर कब खरीदें सोना-चांदी ?
ज्योतिषियों के मुताबिक धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने के लिए तीन मुहूर्त सबसे उत्तम हैं। 18 अक्टूबर को पहला शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजकर 50 मिनट से लेकर 10 बजकर 33 मिनट, दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 43 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक जबकि तीसरा शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 16 मिनट से रात 8 बजकर 20 मिनट तक है।
धनतेरस पर इस समय पूजा करना होगा उत्तम
बात करें धनतेरस पर पूजा के शुभ मुहूर्त की तो धनतेरस के दिन शाम 7 बजकर 16 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 20 मिनट तक पूजा का मुहूर्त बना रहेगा। इस अवधि में माता लक्ष्मी, कुबेर महाराज और भगवान धन्वंतरि की पूजा-अर्चना करने से साधकों पर उनकी कृपा बरस सकती है।