हरिद्वार/रुड़की – पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, जो अपनी विवादित हरकतों के लिए पहले से ही चर्चा में रहे हैं, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उनका विवाद खानपुर से वर्तमान निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के साथ हुआ है। घटना ने न केवल उत्तराखंड को बल्कि पूरे देश को हैरान कर दिया है। आइए जानते हैं विस्तार से इस घटना और चैंपियन के विवादों की पूरी कहानी।
घटना का पूरा विवरण
घटना 26 जनवरी 2025 को हुई, जब पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपने समर्थकों के साथ खानपुर विधायक उमेश कुमार के रुड़की स्थित गंगनहर किनारे स्थित कार्यालय में घुस गए। वहां, चैंपियन और उनके समर्थकों ने उमेश कुमार के कार्यालय में घुसकर फायरिंग की और वहां मौजूद लोगों पर हमला किया। यह घटना उस समय हुई जब उमेश कुमार कार्यालय में मौजूद नहीं थे।
स्थिति इतनी बिगड़ गई कि विधायक उमेश कुमार भी चैंपियन के कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन इससे पहले ही हरिद्वार पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। इस पूरी घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू कर दिया।
पूर्व विधायक के विवादित कार्यकलाप
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने पहले भी कई बार विवादित कार्रवाइयों को अंजाम दिया है, जिससे उनकी छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उनके नाम पर कई ऐसे घटनाक्रम दर्ज हैं, जिनकी वजह से वे मीडिया की सुर्खियों में रहे।
1. मगरमच्छ पर गोली चलाने का मामला (2006)
चैंपियन का पहला बड़ा विवाद 2006 में सामने आया था, जब उन्होंने हरिद्वार के बहादराबाद में कई मगरमच्छों पर गोलियां चलाईं। यह घटना पर्यावरण के प्रति उनकी गैर-जिम्मेदाराना सोच को दर्शाती है।
2. बस चालक पर गोली चलाना (2006)
इसी वर्ष, उन्होंने एक रोडवेज बस चालक पर गोली चला दी थी, क्योंकि चालक ने उन्हें साइड नहीं दी थी। यह घटना भी खूब चर्चा में रही थी।
3. फायरिंग के अन्य मामले (2010, 2013)
2010 में मंगलौर कस्बे में एक कार्यक्रम के दौरान चैंपियन ने आवेश में आकर फायरिंग कर दी थी, हालांकि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई। 2013 में हरक सिंह के आवास पर डिनर पार्टी के दौरान भी चैंपियन ने गोली चला दी थी, जिसमें राज्य आंदोलनकारी विवेकानंद खंडूड़ी घायल हो गए थे।
4. पत्रकार पर हमला (2019)
2019 में, चैंपियन दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में एक टीवी चैनल के पत्रकार को थप्पड़ मारने के आरोप में चर्चा में आए थे, हालांकि उन्होंने इस आरोप को नकारा था।
5. पत्रकार को धमकी (2021)
2021 में सोशल मीडिया पर उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह एक पत्रकार को हड्डी तोड़ने की धमकी दे रहे थे।
ताजा विवाद और गिरफ्तारी
अब, चैंपियन और उमेश कुमार के बीच हुई इस हिंसक घटना ने एक नया मोड़ लिया है। दोनों के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज किए हैं और चैंपियन सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद, पुलिस ने दोनों नेताओं के गनर को वापस भेजने का आदेश दिया है, और उनके हथियारों के लाइसेंस भी रद्द किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
बीजेपी ने किया चैंपियन से किनारा
चैंपियन के इस ताजा विवाद को देखते हुए, उनकी पार्टी बीजेपी ने उनसे किनारा कर लिया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इस घटना को शर्मनाक बताया और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मामले पर गंभीर चर्चा करने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी इस प्रकार की घटनाओं को सहन नहीं करेगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उमेश कुमार की गिरफ्तारी
वहीं, खानपुर विधायक उमेश कुमार को भी इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके और चैंपियन के बीच जो आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ है, वह अब कानूनी प्रक्रिया के तहत सुलझेगा। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और दोनों पक्षों से जानकारी जुटाई जा रही है।
राजनीति में तनाव
यह घटना राज्य की राजनीति में एक नया तनाव उत्पन्न कर चुकी है। दोनों नेताओं के बीच बढ़ते विवाद ने एक नई दिशा में राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित किया है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोनों नेताओं पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उमेश कुमार के बीच यह विवाद उत्तराखंड की राजनीति में एक और अध्याय जोड़ता है। इस प्रकार की हिंसक घटनाओं से न केवल राजनीति की छवि को नुकसान पहुंचता है, बल्कि जनता के बीच भी नकारात्मक संदेश जाता है। देखना यह होगा कि राज्य सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है और आरोपियों के खिलाफ न्याय सुनिश्चित करती है।
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