पौड़ी – जनपद पौड़ी के सिमड़ी में हुए बस दुर्घटना के बाद जिला प्रशासन अब सुरक्षा को लेकर हरकत में आ गया है। दरअसल सड़क हादसे के बाद आरटीओ की तकनीकी टीम ने हादसे में प्रथमदृष्टा वाहन पर चालक के नियंत्रण खो देने की वजह बताई है।
वही आरटीओ पौड़ी अनिता चंद ने बताया कि उनकी तकनीकी टीम ने मौके पर जाकर रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है। सड़क में देखा गया है कि सड़क काफी पतली है और कई स्थानों पर सुरक्षा मानक भी पूरे नहीं किए गए हैं।
हालांकि सड़क दुर्घटना का जो मुख्य कारण प्रतीत होता है वह नियंत्रण होना ही दिखाई दे रहा है।
वहीं जिलाधिकारी पौड़ी डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि उनके द्वारा लोक निर्माण विभाग और पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया गया है कि उनकी जितनी भी सड़के हैं, उनके चौड़ीकरण डामरीकरण और सुरक्षा मानकों को पूर्ण करने के लिए प्रस्ताव बनाकर साशन को भेजा जाए।
ताकि जनपद की सड़कों के सुधारीकरण का कार्य भी शुरू हो सके इसके साथ ही प्राथमिकता के आधार पर क्रेश बेरियर और सड़क डामरीकरण के कार्य हो करवाया जाएगा। बताया कि इस पूरी घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी जारी किए गए हैं जिसमें एसडीएम थलीसैंण को जांच अधिकारी नामित किया गया है।
वहीं कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष विनोद नेगी ने बताया कि सड़क हादसों के बाद ही जिला प्रशासन जाग रहा है पहाड़ों में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बहुत जरूरी है कि सड़कों का चौड़ीकरण और उनके डामरीकरण पर समय-समय पर मॉनिटरिंग की जाए इसके साथ ही जिन स्थानों पर तीव्र मोड़ है वहां पर क्रेश बेरियर लगाया जाए। जिला प्रशासन के द्वारा सड़क सुरक्षा की समय समय पर बैठक तो ली जाती है लेकिन धरातल पर उन समस्याओं को समाधान करने के लिए तत्परता से निर्णय नहीं लिए जा रहे हैं जिसका परिणाम है कि पहाड़ों में लगातार सड़क हादसे हो रहे हैं।




