जेएनयू से लापता छात्र नज़ीब का अभी तक कुछ पता नही चल पाया है। दिल्ली की सड़कों में छात्र समूह से लेकर राजनीतिक पार्टियां उतर आयी है। जंग में एक नया चेहरा भी शामिल हो गया है। वैसे से नाम नया नही है। जेएनयू पूर्व छात्रसंघ नेता कन्हैया कुमार ने नजीब अहमद को लेकर चल रही छानबीन को लेकर टिप्पणी की है। कन्हैया कुमार ने तंज कसते हुए कहा है कि जेएनयू से 3000 कंडोंम ढ़ूढ़ निकाल लेने वाले लोग एक छात्र का पता नही लगा पा रहे है।
कन्हैया ने कहा, जेएनयू के छात्रों द्वारा इस्तेमाल किए गए कन्डोम ढ़ूढ़ निकालना अपने आप में एक हुनर है, लेकिन इस हुनर का सही इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. नजीब को ढ़ूढ़ने में इस हुनर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. कन्हैया का यह हमला बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा पर था. जिन्होंने फरवरी महीने में जेएनयू के छात्रों पर दिए गए अपने विवादित बयान के बाद कहा था कि जेएनयू कैंपस में हर रोज 3,000 बीयर की बोतलें, 10,000 सिगरेट के जले हुए फिल्टर, 2,000 चिप्स के पैकेट, 50,000 चिकेन की हड्डी, 500 अबॉर्शन की सूई और 3,000 इस्तेमाल किए गए कन्डोम मिलते हैं.
वामपंथी छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोशिएसन ने आरोप लगाया था कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने नजीब के साथ मारपीट की थी. लेकिन एबीवीपी का कहना है कि यह आरोप बेबुनियाद है. फिलहाल नजीब अहमद का कोई भी सूराख जुटाने में पुलिस कामयाब नहीं हो पाई है.