ग्रहों का राजा
सूर्य को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है, और अन्य सभी ग्रह उनके नियंत्रण में रहते हैं। 14 जनवरी से सूर्य दक्षिणायन से पुन: उत्तरायण होकर मकर राशि में गोचर कर चुका हैं। यूं तो यह स्थिति प्रतिवर्ष आती है, और साल सूर्य 6 माह दक्षिणायन रहने के पश्चात जनवरी में उत्तरायण होते हैं।
लेकिन वर्ष 2018 इस मामले में बेहद खास साबित होगा क्योंकि करीब 100 साल बाद इस वर्ष सूर्य से संबंधित पांच महायोग बनने जा रहे हैं। यह वो समय होगा जब सबके रुके कार्य पूरे होगें और सूर्य की कृपा उनपर बरसेगी।
महायोग
हिन्दू पंचांग के अनुसार मार्च महीने से विक्रमी संवत 2075 शुरू होने जा रहा है और इसका स्वामी सूर्य है। 2018 में सूर्य अपने मजबूत योग में है, आइए बताते हैं इस वर्ष कौन-कौन से महायोग बन रहे हैं।
महा राजयोग
सूर्य बलवान होकर महायोग का निर्माण कर रहा है। विक्रम संवत 18 मार्च से प्रारंभ होगा, जनवरी से सूर्य और शनि, दोनों ही धनु राशि में विराजमान हैं। यहां शनि अस्त जरूर रहेंगे लेकिन सूर्य के प्रभाव में कोई कमी नहीं आएगी। नौकरी में सफलता प्राप्त होगी और सूर्य का आशीर्वाद भी मिलेगा।
सूर्य ग्रहण
इस साल यानि 2018 में तीन सूर्य ग्रहण लगेंगे लेकिन इसका कोई दुस्प्रभाव जातकों पर नहीं पड़ेगा, किसी प्रकार की कोई हानि नहीं होगी। पहला ग्रहण 15-16 फरवरी हो होगा और दूसरा 13 जुलाई को, वहीं तीसरा ग्रहण 11 अगस्त हो पड़ेगा। ये सूर्य कल्याणकारी साबित होगा।
रवियोग
2018 में सूर्य 70 दिनों तक लाभदायक रहेगा, उयानि इन 70 दिनों के भीतर जितने भी कर्य किए जाएंगे सभी में सफलता प्राप्त होगी। शादी-विवाह में आ रही समस्याएं दूर होंगी और जीवन में सफलता, आयात-निर्यात के व्यवसाय में आदि में अवश्य ही लाभ मिलेगा।
जब कोई खास नक्षत्र आता है तब रवियोग बनता है, 70 साल बाद इस बार ऐसा ही एक विशिष्ट नक्षत्र आ रहा है, जो सभी राशियों के लिए बहुत लाभकारी है। यह मुश्किलें दूर करता है और कार्यों में सफलता दिलवाता है। कुंडली के बड़े से बड़े दोष भी विफल हो जाते हैं और शनि की साढ़े साती या ढैय्या भी अपना पूर्ण प्रभाव नहीं दिखा पाती।
रवि पुष्य योग
यह अत्यंत योग शुभ है और इस साल यह 3 बार पड़ने जा रहा है…22 अप्रैल, 20 मई और 17 जून। इस योग के दौरान हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी। इस दौरान मुश्किल से मुश्किल कार्य भी अपने समय पर आसानी से पूर्ण होंगे।