देहरादून/डोईवाला – डोईवाला विधानसभा के थानों क्षेत्र का राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मिढ़ावाला जो की रायपुर ब्लॉक देहरादून में आता है, इस स्कूल का भवन बेहद जर्जर हालत में है। कभी भी स्कूल की छत बच्चों पर आफत बनकर टूट सकती है, लेकिन शिक्षा विभाग शायद किसी बड़ी अनहोनी के इंतजार में हैं, क्योंकि क्षेत्र के लोगों और स्कूल के शिक्षकों के साथ बच्चों के अभिभावकों ने कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस जर्जर भवन के बारे में बताया और स्कूल की मरम्मत की गुहार लगाई लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी नींद से जागने को तैयार नहीं हैं।
रामनगर डांडा ग्राम पंचायत का यह स्कूल भवन 31 साल पहले 1991 में बना था, उसके बाद से इसकी मरम्मत के नाम पर मामूली धनराशि स्कूल को दी गई।
शिक्षा विभाग की अनदेखी स्कूल में पढ़ने वाले 22 बच्चों पर कभी भी भारी पड़ सकती है। शिक्षक और अभिभावक बेहद चिंतित है और शासन प्रशासन से स्कूल की मरम्मत या फिर नए भवन की मांग कर रहे हैं।
सोचने वाली बात यह है की देहरादून राजधानी से मात्र 22 किलोमीटर की दूरी पर थानों में मुख्य सड़क पर यह स्कूल स्थित है और रोजाना इस स्कूल के सामने से तमाम अधिकारी नेता मंत्री के साथ के साथ खुद मुख्यमंत्री गुजर चुके है लेकिन स्कूल की बदहाली पर किसी का ध्यान नहीं गया, जबकि स्कूल की ओर से 5 बार शिक्षा विभाग को लिखित में स्कूल की दुर्दशा के बारे में बताया गया पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं होने से स्कूली बच्चे, शिक्षक और अभिभावक बेहद चिंतित हैं।
शिक्षक संघ भी अब शासन प्रशासन को इस बदहाली का जिम्मेदार बताते हुए कह रहा है कि अधिकारियों को सब मालूम है लेकिन क्यों कार्रवाई नहीं कर रहा ये समझ से परे हैं।
अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या शिक्षा विभाग के साथ शासन प्रशासन को किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार है।
समय रहते मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के साथ डोईवाला के विधायक को इस स्कूल की समस्या का संज्ञान लेकर कार्यवाही करनी चाहिए। देहरादून में बैठी सरकार क्यों है स्कूल की दुर्दशा से अंजान।