उत्तराखंड के तेज-तर्रार युवानेता, हर दिल अजीज सुबोध उनियाल सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के सबसे खास व भरोसेमंद मंत्री बन चुके है। सत्ता के गलियारों में चर्चा तेजी से हो रही है कि मंत्री सुबोध उनियाल की सीएम त्रिवेंद्र रावत से नजदीकियां इस लिए बढ़ रही है कि सीएम चाहते है की कृषि के क्षेत्र में प्रदेश उच्च मुकाम हासिल कर सके और राज्य के किसानो की आदमी बढे।
कांग्रेस में बगावत का झंडा बुलंद कर भाजपा में शामिल हुए नरेंद्रनगर के तेजर तर्रार विधायक सुबोध उनियाल अब भाजपा में भी अपना मुकाम बना चुके हैं। उन्हें सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का सबसे करीबी मंत्री बताया जा रहा है। त्रिवेंद्र सरकार का संकल्प है कि राज्य में पलायन पर अंकुश लगाने के लिए रोजगार के विकल्प खोजे जाए, इसी के तहत त्रिवेंद्र सरकार राज्य के किसानो की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि के क्षेत्र में ठोस कदम उठा रही है, इसकी जिम्मेवारी सीएम त्रिवेंद्र ने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल को दे रखी है।
सुबोध उनियाल ने कृषि महकमे का प्रभार संभालने के बाद अब पर्वतीय क्षेत्रों की बिखरी हुई कृषि जोत से कृषकों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए चकबंदी करने की तैयारी की है। उनका मकसद पर्वतीय क्षेत्र में कृषकों को उनके उत्पाद का अधिक से अधिक मूल्य दिलाना है। इसके लिए बिचौलियों को हटाने की व्यवस्था के साथ साथ सरकार की मंशा अखरोट को वैश्विक बाजार उपलब्ध कराने की भी है।
राज्य के किसानों को एक लाख तक धनराशि महज दो फीसद ब्याज पर मुहैया कराने का फैसला सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने नीति आयोग में भी पर्वतीय राज्यों के लिए केंद्र की कृषि नीति में बदलाव की पुरजोर पैरवी की गई है। आयोग ने इस पर सहमति दी है। भविष्य में इसके बेहतर परिणाम सामने आएंगे।
वंही कृषि मंत्री सुबोध उनियाल का भी मानना है कि सीएम त्रिवेंद्र रावत ने उन्हें जो जिम्मेवारी दी है, उस पर वो खरा उतरने की कोशिश कर रहे है। उनका कहना है कि सरकार उत्तराखंड के किसान को व्यापारी तबके में खड़ा देखना चाहती है। राज्य के हर छोटे-बड़े, पहाड़ी-मैदानी किसान की आमदनी खेती किसानी से बढ़े इसके लिए वो जी जान से जुटे है।