देहरादून – समायोजन की मांग को लेकर प्रदेशभर के शिक्षा मित्र आंदोलनरत है और सरकार से लगातार गुहार लगा रहे। इसी कड़ी में पिछले दिनों शिक्षा मित्रों ने शिक्षा निदेशालय में आमरण अनशन भी किया था लेकिन लगता है कि सरकार को इनकी मांग से कोई सरोकार नहीं है जिससे इनमे आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। शिक्षा मित्रों ने गाँधी पार्क में एक बैठक कर सरकार को जगाने के लिए आगे की रणनीति बनाई। शिक्षा मित्र क्रन्तिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष पूरन सिंह राणा ने बताया कि उन्होंने शिक्षा सचिव से उनके कार्यालय में मुलाकात भी करनी चाही लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो पायी जिसके चलते बीते रोज उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा सचिव से उनकी मांग के सम्बन्ध में अवगत करना चाहा लेकिन उन्होंने उन्हें अनदेखा कर दिया। शिक्षा मित्रों ने शिक्षा निदेशक पर आरोप लगाया है कि शिक्षा निदेशक सरकार को गुमराह कर रहे है क्योंकि शिक्षा मित्रों की मांग स्थायी नियुक्ति की नहीं रही है बल्कि पूर्व की भांति सशर्त सहायक अध्यापक में समायोजन की रही है। शिक्षा मित्रों ने अब साफ़ चेतावनी दे डाली है कि यदि अब भी सरकार उनकी मांग पर 30 सितंबर तक कोई ठोस निर्णय नहीं लेती तो वे एक अक्टूबर से पुनः शिक्षा निदेशालय में आमरण अनशन शुरू कर देंगे।