हिंदू धर्म ग्रंथों में शनिदेव को न्यायाधीश कहा गया है जिसका मतलब इंसान के सभी अच्छे-बुरे कर्मों का फल देने काम शनिदेव खुद करते है। अगर जिसकी कुंडली में शनिदेव प्रतिकूल स्थान पर बैठे हों उसे जीवन भर किसी न किसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की शनि देव इतने कठोर भी नही आप चाहें तो बड़ी आसानी से आप शनिदेव को प्रसन्न भी हो जातें हैं। इस बात को तो पूरी दुनिया जानती है की हनुमान चालीसा पढ़ने वाले इंसान पर कभी शनि देव की कु दृष्टी नही पड़ती है यह वरदान खुद शनि देव ने हनुमान जी को रामायण काल में दिया था। लेकिन इन 4 उपाय को भी अपना की आप शनि देव की कृपा प्राप्त कर सकतें हैं।
शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय:
1- काला चना: अगर आप शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो उन्हें प्रसन्न करने के लिए आप शुक्रवार की रात काला चना पानी में भिगोएं और फिर शनिवार को वह काला चना, जला हुआ कोयला, हल्दी और लोहे का एक टुकड़ा लें और एक काले कपड़े में उन्हें एक साथ बांध लें। पोटली को बहते हुए पानी में फेंके लेकिन ध्यान दे जिस पोटली को आप तालाब में फेंक रहें है उसमे मछलियां हों। इस काम को हर शनिवार को करें आप को कुछ दिनों में अच्छा परिणाम मिलेगा।
2 -घोड़े का नाल: सबसे पहले आप एल काले घोड़े की तलाश करें और फिर उस घोड़े की नाल खोजकर ले आएं। आप इस नाल का शनिवार के किसी लोहार के यहां से इसे अंगूठी की तरह बनवा लें। और शुक्रवार को कच्चे दूध में भीगाकर शुक्रवार की रात इसे कच्चे दूध या साफ पानी में डूबा कर रख दें। इस अंगूठी को अपने ऊँगली में में पहन लो और आप के जीवन के सारे संकट धीरे धीरे दूर होने लगेगा।
3-कच्चा सूत: प्रत्येक शनिवार को आप पीपल के वृक्ष के चारों ओर सात बार कच्चा सूत लपेटें इस दौरान शनि मंत्र का जाप करे इसे करने से आपकी साढ़ेसाती की सभी परेशानियों को दूर हो जायेंगी। ध्यान रखें की धागा लपेटने के बाद पीपल के पेड़ की पूजा और दीपक जलाना अनिवार्य है।
4-काली गाय की पूजा: शनिदेव की साढ़ेसाती के सभी प्रतिकूल प्रभावों को रोकने के लिए आप काले गाय की पूजा करें और गाय के माथे पर तिलक लगा के उसके सिंग पर धागा बांधे जिसके कारण आप आप के जीवन में शनि देव का बुरा प्रभाव नही होगा।