नई दिल्ली। विपश्यना ने लौटे दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव को लेकर कमर कस ली है। केजरीवाल ने जीत हासिल करने के लिए अपनी और पार्टी की रणनीति भी तैयार कर ली है। धर्मशाला से लौटे ही केजरीवाल के जेहन में ये सवाल था कि आखिर पंजाब, गोवा और गुजरात विधानसभा के चुनावों में कैसे जीत दर्ज की जाए
खुद केजरीवाल ने पंजाब का ज़िम्मा अपने पास रखा है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गोवा की ज़िम्मेदारी सौंपी है. इसके साथ ही जल मंत्री कपिल मिश्रा और पार्टी के सीनियर नेता आशुतोष को गुजरात का ज़िम्मा सौंपा है. अगले छह महीन में पंजाब और गोवा के विधानसभा होने हैं. पंजाब में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होंगे तो गोवा में अगले साल की शुरुआत चुनाव से होगी. साल 2017 के आखिरी हिस्से में गुजरात विधानसभा के भी चुनाव होने हैं.
क्या है रणनीति
केजरीवाल ने इन सभी नेताओं को सितंबर के पहले हफ्ते से काम पर लग जाने का निर्देश दिया है. सूत्रों के मुताबिक केजरीवाल और उनके 3 मंत्री अपने-अपने राज्यों में दिल्ली में हुए विकास के मॉडल का प्रचार करेंगे जिसमें सिसोदिया शिक्षा से जुडी नीतियों, सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य से जुड़े सरकार के कामों को लोगों तक पहुंचाएंगे. सिसोदिया जहां शिक्षा में किए गए बदलाव, स्कूलों के हालात और सरकारी स्कूलों में पैरेंट टीचर्स मिटिंग की शुरुआत की बात करते सुने जा सकेंगे वहीं सत्येंद्र जैन वहीं पुलों और सड़कों के निर्माण में पैसे की बचत, मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत और फ्री इलाज, बिजली-पानी पर सरकार के काम को जनता के बीच रखेंगे.