महाराष्ट्र: जुबान पर काबू रख पाना मुश्किल काम है. बुजुर्गों का मानना है कि कोई बात बिना नापे-तौले नहीं बोलनी चाहिए वरना पछताना पड़ सकता है. महाराष्ट्र के बीजेपी अध्यक्ष रावसाहेब दानवे के साथ कुछ ऐसी ही परेशानी पेश आई है. औरंगाबाद के पैठन जिले में चुनाव प्रचार के दौरान दानवे ने एक विवादित बयान दे दिया, जिसमें उन्होंने कहा, ”चुनाव के एक दिन पहले लक्ष्मी के दर्शन होते हैं, ऐसे में उसे वापस नहीं करना चाहिए बल्कि स्वीकार करना चाहिए. ”
रावसाहेब ने यह विवादित बयान देकर खुद को तो मुश्किल में डाल ही दिया है साथ ही विरोधीयों को भी हमले का मौका दे दिया है. कांग्रेस ने मांग किया है कि दानवे पर आचार संहिता के उल्लंधन का केस दर्ज होना चाहिए.
महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग के चीफ जगेश्वर सहारिया ने कहा कि दानवे के भाषण की जांच की जाएगी. आपको बता दें कि महाराष्ट्र में निकाय चुनाव के तीसरे चरण का मतदान रविवार 18 दिसंबर को समपन्न हुआ. इसी को लेकर दानवे एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे जहां उन्होंने यह बयान दिया.