मुंबई: पानी के अंदर या सतह पर तारपीडो के साथ-साथ पोत-रोधी मिसाइलों से वार करने और रडार से बच निकलने की उत्कृष्ट क्षमता से लैस स्कॉर्पीन श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी ‘खान्देरी’ को आज भारतीय नेवी में शामिल किया गया है. मुंबई में आज इसे समंदर में उतार दिया गया है.
खांदेरी पनडुब्बी का निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने फ्रांस के साथ मिलकर किया है. इसका नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के किले खांदेरी के नाम पर रखा गया है. मुंबई में आज इसे समंदर में उतार दिया गया, लेकिन अभी एक साल तक साल खांदेरी को बेहद कड़े परीक्षणों से गुजरना होगा.
भारतीय नौसेना में ‘स्कॉर्पीन’ क्लास की पहली पनडुब्बी 6 दिसंबर 1986 को कमीशन हुई थी. करीब 20 साल तक देश की सेवा करने के बाद ये पनडुब्बी 18 अक्टूबर 1989 को डिकमीशन हुई थी.