जम्मू: गरीबी के खिलाफ एक संयुक्त लड़ाई का आह्वान कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पाकिस्तान को और एक अवसर देने की बात रेखांकित करते हुए जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पड़ोसी देश को यह बात समझने को कहा कि ऐसे मौके रोज-रोज नहीं आते.
महबूबा ने बुधवार रात यहां एक सभा में कहा, ”गरीबी के खिलाफ युद्ध के लिए पाकिस्तान और उसके लोगों से मोदी जी के आह्वान का उनके पास कोई जवाब नहीं है. पाकिस्तान, वहां के लोगों और नेताओं को इसका अर्थ समझना चाहिए.”
उन्होंने कहा, ”इस टिप्पणी का कोई जवाब नहीं है. पठानकोट के बावजूद मोदी जी शांति के लिए लाहौर गए, लेकिन उरी हुआ.” महबूबा ने कहा कि पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि मोदी ने उन्हें दोस्ताना रिश्तों, शांति और क्षेत्र में सामान्य हालात बहाल करने के लिए और एक मौका दिया है.