बड़ी खबर : एंटी करप्शन ब्यूरो की छापेमारी की कार्यवाही में डेवलपमेंट ऑथरिटी के एक बाबू की अकूत दौलत बरामद हुई है जिसे जानकर आप हैरान हो जांएगे की बाबू ने महज अपनी बीस साल की नौकरी में 100 करोड़ की सम्पति अर्जित की है दरसल जब एंटी करप्शन ब्यूरो ने राजस्थान के जयपुर में डेवलमेंट ऑथरिटी में छापा मारा तो टीम को यह अंदाजा नहीं था कि डेवलपमेंट ऑथरिटी के इस बाबू से इतनी अवैध सम्पति बरामद होगी। एंटी करप्शन ब्यूरो को जेडीए के ऑफिस सुपरिटेंडेंट मुकेश मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी.
एंटी करप्शन ब्यूरो के जांच अधिकारियों की मीणा के तीन ठिकानों पर की गई छापेमारी की कार्यवाही में पता चला कि इस बाबू के तीन नहीं बल्कि 11 ठिकाने हैं. इतना ही बाबू जयपुर में बनी 8 आलीशान कोठियों के मालिक है और दो फार्महाउस जयपुर के बाहरी इलाके बस्सी और तुंगा में हैं. इसके अलावा मीणा ने अपने गांव में भी आलिशान मकान बना रखा है. मीणा के पास से कई लग्जरी गाड़ियां भी मिली हैं. फिलहाल मुकेश मीणा के ठिकानों पर कार्रवाई जारी है जिसके बाद उसकी पूरी संपत्ति का खुलासा होगा.
दरअसल मीणा जयपुर शहर के विवादित पृथ्वीराज नगर योजना में कई सालों तक तैनात रहा इस दौरान इसने अवैध ढंग से काफी संपत्ति जमा कर ली. इस दौरान जमीनो से जुड़े कारोबारियों से भी उसके संबंध बन गए थे. ज्यादा शिकायत मिलने पर इसे कुछ दिन पहले ही मीणा को लॉ सेक्शन में ट्रांसफर किया गया था. एंटी करप्शन ब्यूरो के मुताबिक अब तक की नौकरी में इसकी आय 53 लाख की है जिसमें से 34 लाख की इसने बचत दिखा रखी है जबकि 2 करोड़ 35 लाख की संपत्ति तो इसने घोषित कर रखी है. मीणा को पिता की मौत के उनकी जगह की बाबू की नौकरी मिली थी.
जानकारी के मुताबिक एंटी करप्शन ब्यूरो दुवारा मीणा के घर और ऑफिस से कई अहम दस्तावेज जब्त कर बैंकों की डिटेल और लेने-देन की फाइलें भी खंगाली जा रही हैं. जमीन से संबंधित कागजातों को भी एंटी करप्शन ब्यूरोटीम ने जब्त किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.