चारधाम यात्रा का पंजीकरण ना होने से ट्रेवल्स कारोबारियों में आक्रोश, यात्रियों का दर्द भी छलका।

हरिद्वार – चारधाम यात्रा में पंजीकरण को लेकर हरिद्वार के ट्रेवल्स कारोबारियों ने चार धाम यात्रा पर जाने वाले पर्यटकों का पंजीकरण हरिद्वार में नही होने को लेकर जमकर हंगामा किया। पर्यटन कारोबारियों का साफ कहना है कि शुरू से चार धाम यात्रा का पंजीकरण हरिद्वार से होता आया है, लेकिन इस बार सरकार ने हरिद्वार का व्यापार चौपट करने के लिए इस यात्रा का पंजीकरण ऋषिकेश से शुरू किया। जिसका हरिद्वार का ट्रेवल्स व्यवसाई खुला विरोध करते है।

ट्रेवल्स कारोबारियों का कहना है कि हमारी मांग है कि चार धाम यात्रा की पंजीकरण व्यवस्था बंद होनी चाहिए। ऐसा क्या हुआ कि सरकार को 2022 में पंजीकरण व्यवस्था लागू करनी पड़ी। इन्होंने साफ कहा कि सरकार का सिर्फ एक उद्देश्य है कि किसी भी तरह हरिद्वार का ट्रैवल्स व्यवसाय चौपट कर ऋषिकेश में उसे ट्रांसफर किया जाय। हरिद्वार में पंजीकरण कार्यालय खोला हुआ है, लेकिन लोगों के पंजीयन नहीं किए जा रहे हैं।

 

चार धाम यात्रा के लिए विदेश की कोने-कोने से आने यात्रियों को भी से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र के अकोला जिले से आए प्रकाश का कहना है कि बीते 5 दिनों से हम पर्यटन कार्यालय पर खड़े हुए हैं लेकिन हमे चार धाम यात्रा पर भेजने की यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है। हमारा पंजीकरण यात्रा पर जाने के लिए नहीं किया जा रहा है। ऐसे में हमारा समय के साथ-साथ पैसा भी खराब हो रहा है, अब हमें वापस जाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।

चारधाम यात्रा में पंजीकरण को लेकर जहां ट्रेवल्स कारोबारियों में सरकार के प्रति आक्रोश है तो वहीं देश के कोने-कोने से आने वाले यात्री भी चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण ना होने से काफी मायूस नजर आ रहे हैं अब देखना होगा ट्रेवल्स कारोबारियों के विरोध के बाद सरकार इस मामले पर क्या कदम उठाती है क्योंकि इससे जहां ट्रेवल कारोबारियों का कारोबार चौपट हो रहा है तो वही यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है

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