देहरादून। उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिशन ने ग्रेड पे में बढ़ोतरी न होने के लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है। उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन की अयक्षा मीनाक्षी जखमोला का कहना है कि जल्द ही स्टाफ नर्सों की मांग पूरी नहीं की गई तो सभी नर्से आंदोलन के लिए हो बाध्य जाएंगी। इस दौरान नर्सों ने काला फीता बांधकर एक घंटे का कार्य बहिष्कार कर दिया।
दरअसल, साल 2013 दिसंबर माह में फार्मासिस्ट संवर्ग का ग्रेड पे 2800 से बढाकर 4200 रुपए कर दिया गया था जबकि एक स्टाफ नर्स की पहली ज्वाइनिंग ही 4600 पर होती है। इस मामले को लेकर नर्सों ने पहले भी कई बार आंदोलन कर चुकी है। अब एक बार फिर नर्सों और फार्मासिस्टों के बीच न सिर्फ बयानबाजी की जंग छिड़ गई है बल्कि नर्सों ने अब आंदोलन की भी चेतावनी दे दी है। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रांतीय महामंत्री आरएस ऐरी कहा कहना है कि नर्सों का विरोध सिर्फ भ्रांति फैलाना है। एक संवर्ग दूसरे सवंर्ग से पेरेटी नहीं की जा सकती। लिहाजा, नर्सों के इस विरोध से कोई असर पड़ने वाला नहीं है। इस विवाद पर स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. टी सी पन्त ने कहा कि शासन स्तर से ही फार्मासिस्टों के ग्रेड पे वेतन बढ़ोतरी का निर्णय लिया गया था और भविष्य में भी शासन स्तर पर ही फैसला किया जाएगा।