जहां पूरे देश की जनता नोट की किल्लत से जूझ रही है वहीं जर्नादन रेड्डी की बेटी की शादी का सच जले में नमक जैसा लग रहा है। माइनिंग किंग यानी जर्नादन रेड्डी की बेटी की शादी में लगभग 500 करोड़ रूपए का खर्चा किया गया। शाही शादी थी। जहां सरकार काला धन खत्म करने की बातों में लगी है वहीं सरकार के ये पूर्व मंत्री रेड्डी ने 500 करोड़ रूपए उड़ा दिए। सरकार जरा जबाव दीजिए आपके ये पूर्व मंत्री अगर शादी में इतना खर्च कर सकते है तो इनके पास और कितना काला धन एकत्र होगा।
सरकार काला धन का सफाया करने की बात कर रही है। जिसके लिए नोटबंदी का फैसला लाया गया। और देशभर में लोग कतारों में लग कर नया नोट निकालने की जद्दोजहद में लग गए। कितने तो अभी भी रूपए मिलने के लिए तरस रहे है। ऐसे में जर्नादन रेड्डी की बेटी की शादी के लिए 500 करोड़ रूपए का खर्चे ने लोगों के मुंह खोल दिए है। लोग बैंकों और एटीएम के बाहर नोटों के लिए जमा होने लगे तो दूसरी ओर एक शादी में पानी की तरह पैसे को बहाया गया।
नोटबंदी को लेकर तो मोदी सरकार की तरफ से खूब प्रतिक्रियाएं आ रही है पर इस आलीशान शादी पर सरकार ने चुप्पी साधी है। सवाल ये है कि रेड्डी की बेटी की शादी में लगा धन काला था या सफेद, जबाव दे सरकार।
आइए हम बताते है कि कैसी हुई ये शाही शादी…
गहने–आभूषण-150 करोड़ रुपए
शाही शादी में दुल्हन के जेवरात पर भी भारी-भरकम खर्च किया गया। दुल्हन बनी ब्रह्माणी का हीरे जड़े नेकलेस की ही कीमत 25 करोड़ रुपए थी। बल्लारी की चार दुकानों और बेंगलुरु की एक दुकान से करीब 150 करोड़ रुपए के कीमती जेवरात खरीदे गए। ब्रह्माणी ने एक साड़ी खरीदी थी जिसमें सोना बुना हुआ था। इस एक साड़ी की कीमत ही 40 लाख रुपए बताई जा रही है। इस साड़ी को तमिलनाडु से खरीदा गया था।
अनोखा कार्ड
इस शादी की चर्चा तब शुरु हुई थी, जब जनार्दन रेड्डी ने अपनी बेटी की शादी का निमंत्रण कार्ड अनोखे अंदाज में बनवाया था। इस कार्ड में वीडियो संदेश देखने की व्यवस्था की गई थी।
केटरिंग-60 करोड़ रुपए
रेड्डी के मुताबिक, इस शादी में 50,000 से ज्यादा मेहमान शामिल हुए। शादी में मेहमानों की आवभगत में कोई कोर-कसर कैसे छोड़ी जा सकती थी। उनकी शाही थाली में 16 तरह की मिठाइयां परोसी गई थीं। एक अनुमान के मुताबिक, हर मेहमान की थाली पर 3000 रुपए का खर्च किया गया। इस तरह केवल केटरिंग पर ही 60 करोड़ रुपए खर्च हुए।
डेकोरेशन– 25 करोड़ रुपए
आयोजन स्थल पर रेड्डी के गांव विजयनगर और तिरुमल मंदिर की नकल भी बनाई गई थी। इसके अलावा दूल्हे और दुल्हन के घर की प्रतिकृतियां भी बनाई गई थीं। वेडिंग प्लानर्स के मुताबिक, इसमें कम से कम 25 करोड़ रुपए खर्च हुआ होगा।
मेक–अप आर्टिस्ट्स– 30 लाख रुपए
बेंगलुरु से करीब 40 से 50 ब्यूटीशियन को हायर किया गया था। हर रोज के हिसाब से उनकी फीस करीब 50,000 रुपए थी। दुल्हन की ब्यूटीशियन को मुंबई से बुलाया गया था और उसे 6 लाख रुपए का भुगतान किया गया।
बाउंसर्स– 60 लाख रुपए
इस शादी में सुरक्षा-व्यवस्था में 3000 सिक्यॉरिटी गार्ड्स को पांच दिन के लिए तैनात किया गया था। सामान्यत: पांच घटों के लिए गार्ड्स 2000 रुपए चार्ज लेते हैं। रेड्डी के मामले में प्रतिदिन के हिसाब से 12 लाख रुपए का भुगतान पांच दिन के लिए किया गया।
डीजे, लेंसमेन– 20 लाख रुपए
इस शादी में संगीत सेरेमनी में डीजे ने हिट तेलगु नंबर्स चलाए। डीजे को कुल 8 लाख रुपए का भुगतान किया गया। करीब 15 फटॉग्रफर्स को 12 लाख रुपए दिए गए।
बता दे कि जनार्दन रेड्डी कभी कर्नाटक की सबसे दमदार शख्सियतों में शुमार थे. वे अवैध माइनिंग के मामले में तीन साल की जेल भी काट चुके हैं. वह पिछले साल ही बेल पर रिहा हुए हैं.।