वाशिंगटन: दक्षिणी अफगानिस्तान के एक प्रांत में अमेरिका के एक ड्रोन हमले में अफगानिस्तान और पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट की शाखा का एक शीर्ष नेता मारा गया। खूंखार आतंकवादी संगठन के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
यह जानकारी पेंटागन ने दी है। 26 जुलाई को हुये ड्रोन हमले में हाफिज सईद खान अपने सहयोगियों सहित मारा गया।पेंटागन के उप प्रेस सचिव गॉर्डन ट्रोवब्रिज ने बताया कि अमेरिका और अफगान विशेष अभियान बलों ने एक जुलाई से 30 जुलाई तक दक्षिणी नांगरहार प्रांत में आईएसआईएस के खिलाफ अभियान चलाया था।
ट्रोवब्रिज ने बताया, ‘इस बार, अमेरिकी बलों ने 26 जुलाई को नांगरहार प्रांत में अचिन जिले के इस्लामिक स्टेट के हाफिज सईद खान को निशाना बनाते हुये हवाई हमले किये, जिसमें उसकी मौत हो गयी।’ खान को अमेरिका और गठबंधन बलों के खिलाफ हमलों में सीधे भाग लेने और अपने कृत्यों से विशेषकर नांगरहार में अफगानिस्तानियों को आतंकित के लिए के लिए जाना जाता था।
नांगरहार प्रांत 2015 की गर्मियों से आईएसआईएल-खुरासान की गतिविधियों का केन्द्र बना हुआ है।
प्रेस उप सचिव ट्रोवब्रिज ने बताया, ‘खान की मौत से आईएसआईएल-के का भर्ती प्रयास प्रभावित होगा और अफगानिस्तान एवं क्षेत्र में आईएसआईएल-के के अभियान बाधित होंगे।’ खान पहले तालिबान की पाकिस्तानी शाखा के लिए काम करता था। उसने बाद में इस्लामिक स्टेट के प्रति निष्ठा की कसम ली थी। खान के मारे जाने की खबर पिछले साल भी खबर आयी थी लेकिन उस बात की कभी पुष्टि नहीं हुयी।
आतंक के खिलाफ जारी लड़ाई में गठबंधन बलों ने कई खूंखार आतंकवादियों को निशाना बनाया गया है।पाकिस्तान में मई में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में अफगान तालिबान नेता मुल्ला अख्तर मंसूर मारा गया था। खान की मौत से आईएसआईएस के पश्चिम एशिया क्षेत्र से अफगानिस्तान और पाकिस्तान के क्षेत्र में नियंत्रण बढ़ाने के प्रयास को एक तगड़ा झटका लगा है।