बीते 17 सालों से उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच होटल अलकनंदा को लेकर जो विवाद चल रहा था आखिरकार अब वो सुलझ गया है। इस पहल का नतीजा ये रहा है कि उत्तराखंड को हरिद्वार के अलकनंदा होटल का मालिकाना हक मिल गया है। बीते सालों कई सरकारें गई और आई लेकिन अब तक इस मामले में मजबूत पहल कहीं से भी नहीं हो पाई थी। आखिरकार ये बेशकीमती परिसंपत्ति उत्तर प्रदेश के कब्जे से निकलकर उत्तराखंड के कब्जे में आ गई है। होटल अलकनंदा खास क्यों है, जरा ये भी जान लीजिए। दोनों राज्यों में बीजेपी की सरकार बनने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र के बीच मुलाकात हुई थी, जिसके कुछ दिनों बाद ही दोनों राज्यों की मुख्य सचिवों के बीच एक बैठक हुई।इस बैठक के बाद से ही ये कयास लगाए जाने लगे थे कि उत्तराखंड को अलकनंदा होटल का मालिकाना हक मिल सकता है। इतना जरूर है कि इस होटल का मालिकाना हक मिलने के बाद उत्तराखंड को काफी फायदा मिल सकता है।
हालांकि कोर्ट के सख्त रुख को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने अलकनंदा रिजॉर्ट को देने पर तो सहमति जता दी लेकिन ये भी साफ किया कि इसके बदले में उत्तराखंड को गंगा किनारे जमीन देनी होगी। आखिरकार आपसी समझौते के बाद उत्तर प्रदेश द्वारा ये होचल उत्तराखंड को दिया जा रहा है।