देहरादून – उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्षता ने अपने 2 साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा मीडिया के सामने रखा। इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने इस दो वर्षों में महिलाओं के प्रति हो रहे उत्पीड़न को लेकर महिला आयोग ने काफी काम किए हैं।
उन्होंने कहा की लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। बताया कि सुदूर वर्ती क्षेत्रों में आयोग द्वारा कैंप आयोजित किए गए। कहा कि एक बड़ा फैसला इस मामले में लिया गया महिलाओं के उत्थान के लिए महिला नीति का फाइनल ड्राफ्ट शासन को सौंपा गया है , साथ ही उन्होंने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यानी मानव तस्करी के मामले में तेरह जनपदों में कार्यशालाओं का आयोजन किया गया और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से आम लोगों को जागरुक भी किया गया।