मुंबई : भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो रेट में कटौती का एलान कर दिया है। आरबीआई ने नीतिगत रेपो रेट में 0.25 फीसदी (25 आधार अंक) की कमी करने का फैसला लिया है, जो कि तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। इस फैसले की जानकारी आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने दी है।
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया, ‘मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने सर्वसम्मति से नीतिगत रेपो दर को तत्काल प्रभाव से 25 आधार अंकों से घटाकर 6% करने के लिए मतदान किया है।’ इस निर्णय का मकसद अर्थव्यवस्था को मजबूती देना और मौजूदा आर्थिक चुनौतियों का सामना करना है।
आरबीआई गवर्नर ने अपने बयान में वैश्विक आर्थिक विकास में आ रही नई चुनौतियों की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में बदलते आर्थिक हालात को देखते हुए यह कदम उठाया गया है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को समर्थन मिलेगा और महंगाई पर भी नियंत्रण पाया जा सकेगा।
रेपो रेट कटौती का सीधा असर होम लोन, ऑटो लोन और अन्य ऋणों की ब्याज दरों पर पड़ेगा, जिससे आम आदमी को राहत मिलने की उम्मीद है। साथ ही, यह फैसला बाजार में तरलता बढ़ाने और निवेश को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।