देहरादून : आगामी चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने इस बार पहले से कहीं ज्यादा व्यापक तैयारियां कर ली हैं। यात्रा को सुरक्षित, व्यवस्थित और सुगम बनाने के लिए विशेष प्लान तैयार किया गया है। गढ़वाल रेंज के आईजी राजीव स्वरूप को यात्रा का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उनके नेतृत्व में सुरक्षा, ट्रैफिक कंट्रोल और आपदा प्रबंधन जैसे सभी अहम पहलुओं पर बारीकी से नजर रखी जाएगी।
गढ़वाल रेंज कार्यालय में एक अत्याधुनिक ‘चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम’ स्थापित किया जा रहा है, जो अगले पांच दिनों में पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा। यहां से रजिस्ट्रेशन मॉनिटरिंग, ट्रैफिक फ्लो, पार्किंग प्रबंधन, सुरक्षा निगरानी और फर्जी रजिस्ट्रेशन पर कार्रवाई तक सभी कार्यों पर चौबीसों घंटे नजर रखी जाएगी। कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी एसपी ट्रैफिक देहरादून को सौंपी गई है, जिनकी टीम में डीएसपी, इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर और अन्य पुलिसकर्मी शामिल होंगे।
यात्रा मार्ग का व्यापक विभाजन
इस बार यात्रा मार्ग को 15 सुपर जोन, 41 जोन, और 137 सेक्टरों में बांटकर निगरानी को और पुख्ता बनाया गया है। हर सेक्टर की लंबाई करीब 10 किलोमीटर रखी गई है, और प्रत्येक सेक्टर में दो पुलिसकर्मी 24 घंटे तैनात रहेंगे। इसके अलावा, पूरे मार्ग पर 9 अपर पुलिस अधीक्षक रूट प्रभारी के तौर पर नियुक्त किए गए हैं। हर एक धाम के लिए अलग-अलग पुलिस उपाधीक्षक की भी तैनाती की गई है, ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न होने पाए।
भारी पुलिस बल की तैनाती
यात्रा के दौरान सुरक्षा और प्रबंधन के लिए पुलिस बल की बड़ी तैनाती की गई है:
- 24 पुलिस उपाधीक्षक
- 66 निरीक्षक
- 366 उप निरीक्षक
- 615 हेड कांस्टेबल
- 1,222 कांस्टेबल
- 208 महिला कांस्टेबल
- 926 होमगार्ड जवान
- 1,049 पीआरडी जवान
- 9 पीएसी कंपनियां
- 26 SDRF सब-टीमें
‘चारधाम सेल’ करेगा उच्चस्तरीय समन्वय
इसके अलावा, पुलिस मुख्यालय में डीआईजी अपराध एवं कानून व्यवस्था धीरेंद्र गुंज्याल के नेतृत्व में एक ‘चारधाम सेल’ भी गठित किया गया है, जो यात्रा से जुड़ी सभी जानकारियों का संकलन और समन्वय करेगा। यह सेल वरिष्ठ अधिकारियों को यात्रा की स्थिति की नियमित अपडेट भी देगा।
आईजी राजीव स्वरूप ने जानकारी दी कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। “हमारा प्रयास है कि यात्री न केवल सुगमता से दर्शन कर सकें, बल्कि उन्हें पूरे यात्रा मार्ग पर सुरक्षा का भी पूरा भरोसा मिले,” उन्होंने कहा।
सरकार और पुलिस प्रशासन का दावा है कि इस बार की चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं के लिहाज से पहले से कहीं अधिक सुदृढ़ होगी, जिससे श्रद्धालुओं को निर्बाध और सुरक्षित यात्रा अनुभव मिलेगा।