ऊधम ऊधम सिंह नगर: केलाखेड़ा के भव्वानगला गांव में गुरुवार रात बड़ा हादसा हो गया, जब एक मशरूम प्लांट में काम के दौरान अचानक रैक टूट गया और भारी मात्रा में जैविक खाद का मलबा मजदूरों पर गिर पड़ा। हादसे में एक महिला मजदूर की मौत हो गई, जबकि 12 से ज्यादा मजदूर घायल हो गए। घायलों को आनन-फानन में बाजपुर और काशीपुर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
हादसे के तुरंत बाद पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर चार घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। रैक के नीचे दबे मजदूरों को मलबा हटाकर एक-एक कर बाहर निकाला गया। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल था। मजदूरों की गिनती से पता चला कि प्लांट में उस समय कुल 23 मजदूर काम कर रहे थे।
हादसे में घायल जय सिंह, रेशमा, राधा, गणेश, विजयपाल, पोला, भोली, परमजीत कौर समेत अन्य मजदूरों को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। घायलों में एक गर्भवती महिला भी शामिल है, जिसकी कमर में दर्द की शिकायत पर एक्स-रे किया गया और उसे प्राइवेट रूम में भर्ती किया गया। अस्पताल में तीमारदारों की भारी भीड़ लगी रही।
देर रात जिला अधिकारी नितिन सिंह भदौरिया स्वयं जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों से मुलाकात की। उन्होंने मौके पर मौजूद पीएमएस डॉ. आरके सिंहा को निर्देश दिए कि घायलों का समुचित इलाज हो और किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए। डीएम ने हादसे की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश भी दे दिए और मृतक महिला के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना जताई। साथ ही प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिया।
महिला मजदूर की मौत के बाद शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया, लेकिन पोस्टमार्टम से इनकार करते हुए परिजन शव को सीधे ले जाने की जिद पर अड़ गए। पुलिस से बहस के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई, हालांकि अधिकारियों ने समझा-बुझाकर परिजनों को शांत किया।
सीओ विभव सैनी ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग चार घंटे चला। मलबे में दबे मजदूरों को निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्लांट में क्षमता से अधिक मशरूम बैग लोड किए जा रहे थे, जिससे रैक एक ओर झुककर गिर गया और यह हादसा हो गया।
डीएम के निर्देश पर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी ने अस्पताल में मौजूद 25 तीमारदारों के खाने और रहने की व्यवस्था करवाई। मौके पर एसडीएम बाजपुर डॉ. अमृता शर्मा सहित कई अधिकारी और डॉक्टर मौजूद रहे।