विज़न 2020 न्यूज: पहाड़ों में बंदरों का आतंक दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है, खेत-खलियानों को तहस-नहस करने के साथ ही बंदर मानव पर भी हमला बोल रहे हैं। चमोली जिला बंदरों से सर्वाधिक त्रस्त रहा है। केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के अधिकारियों की मानें तो चमोली जिले में पांच वर्षों में करीब 300 लोगों को बंदर घायल कर चुके हैं, यही नहीं बंदर खेती के बड़े दुश्मन बन गए ,तमाम स्थानों में बंदरों से भयभीत होकर लोगों ने खेती करनी ही छोड़ दी और सिंचित खेतों को बंजर कर दिया। चमोली जिले में पीपलकोटी, चमोली बाजार, गोपेश्वर, पोखरी और नंदप्रयाग क्षेत्र में सबसे ज्यादा बंदरों का आतंक है। लोगों का कहना है कि पीपलकोटी में मां दुर्गा और हनुमान मंदिर में बंदर झपट्टा मार लोगों के हाथों से प्रसाद की थाली तक छीन लेते हैं, इससे बचने के लिए लोग हाथ में डंडा लेकर मंदिरों में पहुंच रहे हैं। चमोली बाजार में भी बंदरों ने कई स्कूली बच्चों को घायल कर दिया। लोगों का कहना है कि अगर इन बंदरों के आतंक पर लगाम नहीं लगाया गया तो ये किसी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।