देहरादून – पूर्व बीजेपी नेता और नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा, जो महिला से दुष्कर्म और उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ के आरोप में हल्द्वानी जेल में बंद हैं, को 5 फरवरी को जेल में बोर्ड बैठक आयोजित करने की अनुमति दी गई है। यह बैठक विशेष न्यायाधीश पॉक्सो कोर्ट के आदेश पर होगी, ताकि नैनीताल दुग्ध संघ की दुग्ध आपूर्ति प्रभावित न हो सके।
मुकेश बोरा पर पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में मामले दर्ज हैं। उनकी सुरक्षा को लेकर हल्द्वानी पुलिस ने आख्या दी थी, जिसके बाद कोर्ट ने बैठक का आदेश जारी किया। इस बैठक में 11 सदस्य, सदस्य सचिव और लिपिक को शामिल होने की अनुमति दी गई है। बैठक का खर्च नैनीताल दुग्ध संघ उठाएगा।
इस पर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “बीजेपी शासन में अब बोर्ड की बैठकें भी जेल में हो रही हैं। यह सरकार की विफलता और नैतिक पतन का प्रतीक है। बीजेपी को अपने नेताओं के अपराधों का संरक्षण देना बंद करना चाहिए।” दसौनी ने यह भी सवाल उठाया कि बीजेपी ऐसे व्यक्तियों को कैसे बढ़ावा देती है जो महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ गंभीर आरोपों में जेल में हैं।
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