देहरादून – मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आज सचिवालय में आगामी अंतर्राष्ट्रीय उत्तराखण्डी प्रवासी सम्मेलन के संबंध में सभी जिलाधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की। इस दौरान, उन्होंने प्रवासियों को ग्राम स्तर की विकास प्रक्रिया से जोड़ने और उन्हें प्रेरित करने के लिए प्रशासन को अधिक सक्रिय और उत्साही बनाने के निर्देश दिए।
सीएस ने कहा कि प्रवासियों की विशेषज्ञता, अनुभव और वित्तीय सहायता का लाभ राज्य के गांवों के सम्पूर्ण विकास में लिया जाए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को प्रवासियों से संपर्क और समन्वय स्थापित करने के लिए प्रत्येक जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया।
मुख्य सचिव ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रवासियों द्वारा गोद लिए जा रहे गांवों में विकास कार्यों में कोई भी बाध्यता नहीं होनी चाहिए। प्रशासन को पूरी उदारता और सहयोगपूर्ण ढंग से कार्य करना होगा।
इस बैठक में बताया गया कि कई प्रमुख प्रवासी, जैसे शैलेश उप्रेती, नीतू अधिकारी, देव रतूड़ी, विनोद जेथूरी, और गिरीश पंत, विभिन्न गांवों के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं और अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
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